श्रीमती डिम्पल यादव उन्हें भी वैक्सीन लगवा दें तो बहुत अच्छा होगा : ब्रजेश पाठक
यूपी में अब तक 22.91 करोड़ कोविड वैक्सीन की डोज़ लगाई गई
लखनऊ, 16 जनवरी 2022। प्रदेश सरकार के मंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता ब्रजेश पाठक ने रविवार को देश में कोरोना वैक्सिनेशन के महा अभियान के एक वर्ष होने पर भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर पत्रकार वार्ता को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अखिलेश तो वैक्सीन लगवा नहीं रहे हैं, कोरोना प्रोटोकॉल भी तोड़ रहे हैं। उनकी पत्नी श्रीमती डिम्पल यादव ने तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बात मानकर वैक्सीन लगवा ली है। अब तो 15-18 वर्ष के बच्चों को भी वैक्सीन लगने लगी है। जनता भी वैक्सीन लगवाने के लिए वैक्सीनेशन सेंटर्स पर जा रही है। डिम्पल उन्हें भी वैक्सीन लगवा दें तो बहुत अच्छा होगा।
यूपी में 18 वर्ष से अधिक उम्र के 93.25 प्रतिशत लोगों को टीके लगे
उन्होंने कहा कि देश में कोरोना वैक्सीनेशन ड्राइव का एक साल आज पूरा हो गया है। अब तक 157 करोड़ से अधिक वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी हैं। आज लगभग 66 करोड़ लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं। 91 करोड़ लोगों को फर्स्ट डोज लगाया जा चुका है। पिछले साल 2021 के जनवरी महीने की 16 तारीख को कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गई थी। हर दिन औसतन 43 लाख डोज लगाई गई। प्रदेश में अबतक 22 करोड़ 91 लाख वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी है। इसमें 13 करोड़ 63 लाख लोगों को पहली डोज दी जा चुकी है।
30 जिलों में 95 प्रतिशत से अधिक लोगों को टीके की पहली डोज मिल चुकी है, जबकि गौतमबुद्ध नगर सहित 05 जिलों की पूरी वयस्क आबादी टीके की पहली डोज की सुरक्षा प्राप्त कर चुकी है। प्रदेश में 18 वर्ष से अधिक उम्र के 93.21 प्रतिशत लोगों ने टीके की पहली डोज प्राप्त कर ली है, जबकि 58.28 प्रतिशत से अधिक लोग कोविड टीके की दोनों डोज ले चुके हैं। विगत दिवस तक 15 से 18 आयु वर्ग के लगभग 37 प्रतिशत किशोरों ने टीका कवर प्राप्त कर लिया है और 03 लाख 87 हजार पात्र लोगों को प्री-कॉशन डोज भी मिल चुकी है।
156 करोड़ वैक्सीन डोज दुनिया में रिकॉर्ड है
बृजेश पाठक ने यह भी कहा कि हम आभारी हैं अपने फ्रंट लाइन कोविड वर्कर्स के जिनके अथक प्रयासों से बहुत विपरीत परिस्थितयों के बाद भी उन्होंने अपने जीवन की परवाह किये बिना करोड़ों भारतीयों के जीवन की रक्षा का देवतुल्य कर्तव्य निभाया है। हम अपने वैज्ञानिकों और उद्यमियों के भी आभारी हैं, जिन्होंने इस लड़ाई में अपना अतुलनीय सहयोग देकर जीवन रक्षा के लिए अपना देवतुल्य प्रयास किया है। आज भारत ही नहीं वैश्विक मंच पर लोग हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की दूरदर्शिता पर उन्हें मुक्त कंठ से धन्यवाद ज्ञापित कर रहे हैं, क्योंकि उनके प्रोत्साहन और प्रयासों से हम इस लड़ाई में अगुआ बने हुए हैं।
ब्रजेश पाठक के अनुसार, देश में कोरोना वैक्सीनेशन ड्राइव का एक साल आज पूरा हो गया है। अब तक 157 करोड़ से अधिक वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी हैं। आज लगभग 66 करोड़ लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं। 91 करोड़ लोगों को फर्स्ट डोज लगाया जा चुका है। पिछले साल 2021 के जनवरी महीने की 16 तारीख को कोरोना टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गई थी। हर दिन औसतन 43 लाख डोज लगाई गई। देश में 76 करोड़ से अधिक महिलाओं को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। ग्रामीण इलाकों में कोविड टीकाकरण केंद्रों में 99 करोड़ डोज दी गई। इसके अलावा 3 लाख 69 हजार से ज्यादा वैक्सीन की डोज ट्रांसजेंडर्स को लगाई गई। इसके साथ ही, फ्रंटलाइन वर्कर्स, स्वास्थ्यकर्मी और 60 से ऊपर के बुजुर्गों को प्री-कॉशन डोज लगाई जा रही है। अब तक 67 लाख से ज्यादा ऐसे लोगों को वैक्सीन लगाई गई है जिनके पास किसी प्रकार का पहचान पत्र नहीं था। जेल में भी 6 लाख से ज्यादा कैदियों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। आदिवासी जिलों में 11 करोड़ से अधिक लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है। नियर टू होम कोविड वैक्सीनेशन सेंटर्स के दौरान 40 करोड़ से अधिक वैक्सीन डोज दी गई।
10 दिनों के अंदर 3 करोड़ से अधिक बच्चों को पहली डोज लगाई गई
उन्होंने यह भी बताया कि 15 से 18 साल के बच्चों के लिए वैक्सीनेशन शुरू होने के बाद पहले 10 दिनों के अंदर 3 करोड़ से अधिक बच्चों को पहली डोज लगाई गई। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के जन्मदिन पर 17 सितंबर 2021 को भारत ने कोविड वैक्सीनेशन का नया रिकॉर्ड कायम किया था। इस दिन पूरी दुनिया में सबसे अधिक वैक्सीनेशन भारत में हुआ था। एक दिन में ही ढाई करोड़ से अधिक वैक्सीनेशन हुआ। भारत ने पिछले साल 21 अक्टूबर को 100 करोड़ वैक्सीनेशन का आंकड़ा हासिल किया था। इससे पहले 7 अगस्त 2021 को देश में वैक्सीनेशन ने 50 करोड़ का आंकड़ा छुआ था। यानी करीब 80 दिनों में देश में 50 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाया गया था। टीकाकरण अभियान की शुरुआत होने के बाद 278 दिनों में लोगों को 100 करोड़ डोज दी जा चुकी थी।