यूपी में फिर योगी सरकार, झोली में आयीं 273 सीटें,डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या हारे
‘कमल’ खिल गया
लखनऊ । उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में एक बार फिर ‘कमल’ खिल गया है। तीन दशकों से चर्चा में रहे कई मिथकों को तोड़ते हुए भारतीय जनता पार्टी सूबे की सत्ता में दोबारा काबिज हुई है। हलांकि इस प्रचंड जीत में, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या, सिराथू से अपना विजयी रथ नही निकाल पाये। योगी सरकार के कई मंत्री चुनाव हार गये। देर शाम तक भाजपा ने लखनऊ की 9 सीटों में 7 पर विजय के साथ प्रदेश में 273 सीटों से ही संतोष करना पड़ा है, जबकि साल 2017 के मुकाबले भाजपा अपने सहयोगियों के साथ 325 सीटें पाने में कामयाब हुई थी। विजय के साथ भी हजरतगंज स्थित प्रदेश कार्यालय में मुख्यमंत्री योगी समेत भाजपा के आला नेताओं के साथ होली जैसा खुशी का जश्न मनाया गया।
निर्वाचन आयोग देर रात तक परिणामों की घोषणा करेगा
गुरुवार सुबह आठ बजे शुरू हुई मतगणना में भाजपा ने प्रारम्भ से ही बढ़त बनानी शुरू कर दी थी। दोपहर होते-होते तक भाजपा 200 के आंकड़े को रूझानों में पार कर चुकी थी। बाद में देर शाम तक उसने अपने सहयोगियों के साथ 273 सीटें हासिल कर बहुमत के 202 के आंकड़े को भी बहुत पीछे छोड़ दिया। हालांकि निर्वाचन आयोग देर रात तक ही अधिकृत तौर पर परिणामों की घोषणा करेगा। चुनावों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर सदर विधानसभा सीट से प्रचण्ड जीत हासिल की। पहली बार विधानसभा चुनाव के मैदान में उतरे योगी आदित्यनाथ ने निकटतम प्रतिद्वंदी समाजवादी पार्टी की सुभावती शुक्ला को 1,02399 मतों से शिकस्त दी। वहीं समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने मैनपुरी जिले की करहल सीट से अपने निकटतम प्रतिद्वंदी केन्द्रीय मंत्री एवं भाजपा प्रत्याशी एसपी सिंह बघेल को 66782 मतों से हराया।
राम गोविंद चौधरी हारे, भाजपा की केतकी सिंह जीती
वहीं योगी सरकार में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, कौशाम्बी जिले की सिराथू विधानसभा सीट पर सपा प्रत्याशी पल्लवी पटेल से कांटे की टक्कर में हार गए हैं। उधर, विधानसभा चुनाव की तरीख की घोषणा होते ही पाला बदलने वाले योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ धर्म सिंह सैनी को हार झेलनी पड़ी है। प्रदेश में अपने को कद्दावर नेता बताने वाले इन दोनों नेताओं को भाजपा प्रत्याशियों ने शिकस्त दी। कुशीनगर जिले के फाजिलनगर से भाजपा के प्रत्याशी सुरेन्द्र कुशवाहा ने समाजवादी पार्टी के स्वामी प्रसाद मौर्य को 36 हजार से अधिक वोट से हराया। सहारनपुर के नकुड़ से भाजपा प्रत्याशी मुकेश चैधरी ने समाजवादी पार्टी के डॉ. धर्म सिंह सैनी को पराजित किया। यहां पर बसपा के साहिल तीसरे स्थान पर रहे। वहीं भाजपा तथा निषाद दल की प्रत्याशी केतकी सिंह ने बलिया की बांसडीह सीट से भाजपा की केतकी सिंह ने समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता रामगोविंद चैधरी को हराया। 2017 में केतकी सिंह निर्दलीय चुनाव लड़कर तीसरे स्थान पर थीं। केतकी सिंह को 38,939 मत मिले। रामगोविंद चैधरी को 35,611 वोट मिले हैं।
भाजपा ने गौतमबुद्धनगर में क्लीन स्वीप
वहीं भाजपा ने गौतमबुद्धनगर में क्लीन स्वीप किया है। भाजपा ने यहां की तीनों सीट पर जीत दर्ज की है। इसके साथ ही भाजपा के नोएडा से प्रत्याशी पंकज सिंह ने रिकार्ड वोट से जीत दर्ज की है। प्रदेश विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और सिद्धार्थनगर जिले की इटवा से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी माता प्रसाद पाण्डेय ने सिद्धार्थनगर की इटवा सीट पर योगी आदित्यनाथ सरकार में बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी को हराया है। माता प्रसाद पाण्डेय ने 3336 मत से जीत दर्ज दर्ज की है।
लखनऊ में भाजपा को 7 सीटें
अपनी प्रचंड जीत के साथ भाजपा ने कई इतिहास रचे हैं, 36 साल बाद किसी भी मुख्यमंत्री का लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने का रिकार्ड बनाने के साथ ही योगी ने, नोएडा में मुख्यमंत्री न जाने का मिथक तोड़ा है। वहीं लखनऊ में कैंट सीट पर बृजेश पाठक ने रिकार्ड मतों से जीत दर्ज कराई
वहंी मोहनलालगंज सीट, जो पहली बार भाजपा के पाले में आई है। भाजपा के अमरेश कुमार ने 106924 वोट पाकर, सपा की पूर्व सांसद सुशीला सरोेज को मात दी है। महिलाबाद में भाजपा की जय देवी कौशल ने 7888 वोटों से जीत बरकरार रखी। सरोजनीनगर से भाजपा के राजेश्वर सिंह ने बड़ी जीत दर्ज की। बीकेटी में बीजेपी के योगेश शुक्ल, उत्तर सीट से डॉ.नीरज बोरा ने सपा की पूजा शुक्ल को 31 हजार के अंतर से पराजित किया।
लखनऊ पूर्व में आशुतोष टंडन ने सपा के अनुराग भदौरिया को मात दी, वहीं लखनऊ पश्चिम में सपा के अरमान खान ने भाजपा के अश्विनी श्रीवास्तव और मध्य में सपा के रविदास महरोत्रा ने भाजपा के रजनीश गुप्ता को मात दी है।