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संयुक्त राष्ट्र में बोले प्रधानमंत्री, भारत ने दुनिया की पहली डीएनए वैक्सीन विकसित की

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 76 वें सत्र को संबोधित किया है. अपने भाषण की शुरुआत उन्होंने नमस्कार साथियों कहकर की. इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान पर भी निशाना साधा.

भारत ने दुनिया की पहली डीएनए वैक्सीन विकसित की

सबसे पहले पीएम मोदी ने अध्यक्ष पद संभालने के लिए अब्दुल्ला जी को बधाई दी. कहा ये विकासशील देशों के लिए गौरव की बात है. पिछले डेढ़ साल से हम 100 साल में आई सबसे बड़ी महामारी का सामना कर रहे हैं. ऐसी महामारी में जीवन गंवाने वालों को श्रद्धांजलि देता हूं और परिवारों के साथ अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं. मैं संयुक्त राष्ट्र महासभा को ये जानकारी देना चाहता हूं कि भारत ने दुनिया की पहली डीएनए वैक्सीन विकसित कर ली है जिसे 12 साल से ज्यादा आयु के सभी लोगों को लगाया जा सकता है. भारत के वैज्ञानिक एक नेजल वैक्सीन के निर्माण में भी लगे हुए हैं.

मैं आज दुनिया भर के वैक्सीन मैन्युफैक्चर्स को भी आमंत्रित करता हूं कि आइए और भारत में वैक्सीन बनाइए. कोरोना महामारी ने विश्व को ये भी सबक दिया है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था को अब और अधिक विविधता किया जाए. इसके लिए वैश्विक मूल्य श्रृंखला का विस्तार आवश्यक है. हमारा आत्मनिर्भर भारत अभियान इसी भावना से प्रेरित है.

पाकिस्तान और चीन को कड़े शब्दों में चेताया

पाकिस्तान का बिना नाम लिए पीएम मोदी ने कहा कि जो देश आतंकवाद को टूल की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं उन्हें ये सोचना होगा कि ये उनको भी भारी पड़ सकता है. हमें सतर्क रहना होगा कि अफगानिस्तान का इस्तेमाल कोई देश अपने हितों के लिए न कर सके. वहां की महिलाओं और बच्चों को संभालना है. हमें अपना दायित्व निभाना होगा. इसके लिए दुनिया को एक सुर में आवाज उठानी होगी. चाणक्य ने सदियों पहले कहा था- जब सही समय पर सही कार्य नहीं किया जाता तो समय ही उस कार्य की सफलता को नाकाम कर देता है. संयुक्त राष्ट्र को खुद में सुधार करना होगा.

चीन का नाम लिए बिना उसपर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमारे समुद्र भी हमारी साझी विरासत है इसलिए हमें ये ध्यान रखना होगा कि ओसियन रिसोर्सेज को हम यूज करें अब्यूज नहीं. हमारे समुद्र अंतरराष्ट्रीय व्यापार की लाइफलाइन भी हैं. इन्हें हमें एक्सपैंशन और एक्सक्लूजन की दौड़ से बचाकर रखना होगा.

यस डेमोक्रेसी केन डिलेवर

मैं ऐसे देश से हूं जो लोकतंत्र की जननी है. लोकतंत्र की ताकत है कि चायवाला यहां पीएम के तौर पर आया है. ऐसा पीएम आज चौथी बार यूएनजीए को संबोधित कर रहा है. भारत विकास करता है तो दुनिया आगे बढ़ती है. आज भारत में रोजाना 300 करोड़ से अधिक लेनदेन हो रहे हैं. मैं अपने अनुभव से कह रहा हूँ कि यस डेमोक्रेसी केन डिलेवर. पंडित दीनदयाल उपाध्याय कहा करते थे एकात्म मानववाद. ये पूरी मानवता का विचार है. अंत्योदय का विचार है. विकास सर्वसमावेशी और सर्वव्यापी हो या सर्वउपलब्ध हो. हमने 7 वर्षों में 43 करोड़ लोगों को बैंकिंग से जोड़ा है. 50 करोड़ लोगों को क्वालिटी हेल्थ सेक्टर से जोड़ा है.

ड्रोन से मैपिंग कराकर लोगों को जमीन का रिकॉर्ड दे रहे

बड़ी-बड़ी संस्थाओं ने माना है कि वहां के नागरिकों के लिए जमीन का रिकॉर्ड होना जरूरी है. दुनिया में कई देशों में ऐसे लोग हैं, जिनके पास जमीन का रिकॉर्ड नहीं है. हम भारत में ड्रोन से मैपिंग कराकर लोगों को जमीन का रिकॉर्ड दे रहे हैं. इससे लोगों को बैंक लोन और ऑनरशिप दिला रहे हैं. विश्व का हर 6वां व्यिक्त भारतीय है. भारत आज एकीकृत विकास को देख रहा है जो कि सभी समावेशी है.

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