‘रोबोटिक सर्जरी’ का गुरू बन गया टेंडर पाम हॉस्पिटल : डॉ.अनुभा यादव
आधा दर्जन से ज्यादा रोबोटिक सर्जन्स, 25 सर्जरी संपन्न
लखनऊ। रोबोटिक सर्जरी अब राजधानी में सहज हो चुकी है। पीजीआई लखनऊ के बाद अब प्राइवेट अस्पताल ‘टेंडर पाम हास्पिटल ’ ने रोबोटिक सर्जरी को मुख्य तकनीक मानकर, हास्पिटल की शुरुआत की है। बीते कुछ माह में ही, अस्पताल में कई सर्जन्स ने करीब 25 मरीजों को रोबोटिक सर्जरी के माध्यम से ठीक किया। यह जानकारी शनिवार को अस्पताल की प्रबन्ध निदेशक एवं रोबोटिक सर्जन डॉ.अनुभा यादव ने दी।
शहीद पथ स्थित टेंडर पॉम हास्पिटल में डॉ.अनु•ाा ने बताया कि रोबोटिक सर्जरी, नई तकनीक नही है। मगर, लखनऊ समेत उप्र में सामान्य चलन में नही है। मेट्रो सिटीज व विदेशों में खासी प्रचलित है। क्योंकि इस तकनीक में छोटे चीरों से बड़ी से बड़ी, जटिल सर्जरी हो जाती है। खास बात है कि रोबोटिक सर्जरी में मरीज में इंटर्नल ब्लीडिंग व अतिरिक्त मांसपेशियां नही कटती हैं। उन्होंने बताया कि इस तकनीक में सर्जन ओटी के बाहर स्क्रीन के सामने, रोबोट को संचालित करने वाले सिस्टम के साथ बैठता है और शरीर में व शरीर के अंदर आवश्यकतानुसार कट से अंदर कैमरा उपकरण पहुंचाता है और सटीकता के साथ गैरजरूरीअंग को कट कर, लेप्रोस्कोपिक तकनीक से बाहर निकाल लेता है। इस तकनीक में गुणवत्ता बढ़ने के साथ ही नुकसान की सं•ाावना बहुत कम हो जाती हैं।
डॉ.अनु•ाा यादव ने बताया कि टेंडर पॉम हास्पिटल, रोबोटिक सर्जरी की सुविधाओं को ज्यादा से ज्यादा बढ़ाना चाहता है। जिसके लिए टेंडर पाम में जरनल सर्जन, गाइनोकोलॉजिस्ट,आंकोलॉजिस्ट, पीडियाट्रिक सर्जन व यूरो सर्जन, लखनऊ व आसपास जनपदों के उन सर्जन्स को रोबोटिक सर्जरी करने का प्रशिक्षण देंगे , जो रोबोटिक सर्जरी करना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि टेंडर पाम हास्पिटल कम से कम खर्च में रोबोटिक सर्जरी की सुविधा मुहैय्या करा रहा है। अधिकांशतया, बड़ी से बड़ी सर्जरी में •ाी डेढ़ से दो लाख तक का ही खर्च आ रहा है। मेडिकल इंसोरेंश में रोबोटिक सर्जरी शामिल होने से लोगों को आसान हो गया है।