विश्व एकता एवं विश्वास के लिए ध्यान योग थीम की लांचिंग करेंगी राष्टपति मुर्मू

ध्यान साधना और राजयोग का अदभुत केन्द्र है गुलजार उपवन
विश्व एकता एवं विश्वास के लिए ध्यान योग थीम की लांचिंग करेंगी राष्टपति मुर्मू
ध्यान साधना और राजयोग का अदभुत केन्द्र है गुलजार उपवन
लखनऊ ,22 नवम्बर। देश की राष्ट्ति द्रोपदी मुर्मु एक दिवसीय दोरे पर 28 नवम्बर को लखनउ आयेगी। वे सबसे पहले ब्रह्माकुमारीज संस्थान के सुल्तानपुर रोड गुलजार उपवन जायेगी। जहाॅं 12 से 1 बजे तक विश्व एकता एवं विश्वास के लिए राजयोग (ध्यान योग) थीम पर आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगी। इस दौरान प्रदेश के राज्यपाल आनन्दी बहन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, ब्रह्माकुमारीज की संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी बीके संतोष दीदी, अतिरिक्त महासचिव बीके डाॅ मृत्युंजय, गुलजार उपवन प्रशिक्षण केन्द्र की डाईरेक्टर बीके राधा दीदी समेत संस्थान के अन्तर्राष्ट्ीय मुख्यालय माउण्ट आबू से बड़ी संख्या में संस्था के वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहेगे।
गुलजार उपवन प्रशिक्षण केन्द्र की प्रभारी बीके राधा बहन ने बताया कि इस दौरान यूपी के समस्त जिलों की ब्रह्माकुमारीज केन्द्रों की प्रभारी, कर्नाटक तथा अन्य राज्यों से भी संस्थान से जुड़े लोग शामिल होंगे। उनके आगमन को लेकर तैयारियों जोरो से चल रही है। संस्थान के सैकड़ों सदस्य इसे अंतिम रुप देने में लगे हुए है। रंग रोगन, साफ, सफाई तथा लोगों केा आमंत्रण देने का कार्य जोरो पर चल रहा है।
क्या है गुलजार उपवन प्रशिक्षण केन्द्रः
तकरीबन 3 एकड़ में बन रहे इस गुलजार उपवन में दो सौ लोगों के रहने की आवासीय व्यवस्था है। यह प्रदेश का एकमात्र रिट्ीट केन्द्र है। जहाॅं से प्रादेशिक स्तर पर पर अभियानों चलाये जायेंगे साथ प्रशिक्षण भी दिया जायेगा। यहाॅं मेडिटेशन सेन्टर, सेमिनार हाॅल बने हुए है। जिसमें अलग अलग वर्गों के वर्कशाॅप आयोजित की जायेगी।
ये चलाये जायेंगे राज्य स्तरीय अभियानः ब्रह्माकुमारीज संस्थान द्वारा भारत सरकार के साथ नशामुक्ति, जैविक यौगिक खेती, जल संरक्षण, वरिष्ठ नागरिक सम्मान, सैनिक कल्याण के उन्नयन के लिए एमओयू किया गया है। जिससे ब्रह्माकुमारीज संस्थान तथा सम्बन्धित विभागों के सहयोग से अभियान चलाये जायेंगे तथा प्रादेशिक स्तर पर प्रशिक्षण भी दिया जायेगा।
मेडिटेशन केन्द्र होगा आकर्षण का केन्द्रः
इस गुलजार उपवन में राज्य स्तरीय आॅडिटोरियम बनाया जा रहा। जहाॅं से सभी को योग और राजयोग की अनुभूति करायी जायेगी।

