यूपी धर्मांतरण विवाद: IAS इफ्तिखारुद्दीन कौन हैं ? क्या है विवाद ? SIT करेगी जांच
![who is ias iftikharuddin](https://lokvikas.com/wp-content/uploads/2021/09/Iftikharuddin-780x470.jpg)
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के चेयरमैन इफ्तिखारुद्दीन का एक विवादित वीडियो सामने आया है.इस वीडियो में वो कथित रूप से सरकारी आवास पर धर्मांतरण के फायदे गिनाते दिख रहे हैं.
जांच कराने के बाद आगे की कार्रवाई होगी
वीडियो वायरल होने के बाद यूपी सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं. शासन ने एसआईटी से जांच करने के आदेश दिए हैं. और 7 दिन के अंदर रिपोर्ट भेजने को कहा है. पुलिस ने भी जांच शुरू कर दी है. बतादें कि वरिष्ठ अधिकारी इफ्तिखारुद्दीन 14 फरवरी 2014 से 22 अप्रैल 2017 तक कानपुर के मंडलायुक्त रह चुके हैं. वो श्रमायुक्त का पदभार भी संभाल चुके हैं. वायरल वीडियो पर डेप्युटी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने संज्ञान लिया है. उन्होंने कहा कि जांच कराने के बाद आगे की कार्रवाई होगी.
वीडियो में क्या बोले इफ्तिखारुद्दीन
इस वायरल वीडियो में इफ्तिखारुद्दीन सरकारी आवास पर मुस्लिम धर्म को लेकर तकरीरें पढ़ रहे हैं. उनके साथी धर्मांतरण करते दिख रहे हैं. इफ्तिखारुद्दीन कहीं अपनी बात रख रहे हैं तो कहीं पर सुन रहे हैं. उनमें मुस्लिम धर्म का एक जानकार धर्मांतरण पर बोल रहा है और इफ्तिखारुद्दीन आगे बैठकर उनकी बात ध्यान से सुन रहे हैं. दूसरे वीडियो में इफ्तिखारुद्दीन कुर्सी पर बैठकर तकरीरें पढ़ रहे हैं. और कह रहे हैं, ‘ऐलान करो, दुनिया के इंसानों से कि अल्लाह कि बादशाहत और निजामियत पूरी दुनिया में कायम करनी है. हालाँकि अभी इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है कि ये वीडियो कब का है और इसमें क्या सच्चाई है. ये एक वायरल वीडियो है.
ओवैसी ने साधा निशाना
वीडियो वायरल होने के बाद एक स्थानीय बीजेपी नेता ने सीएम को खत लिखकर आरोप लगाया है कि वरिष्ठ आईएएस ने कानपुर में तैनाती के दौरान अपने पद का दुरुपयोग कर गरीब और भोले भाले लोगों का धर्मांतरण कराया, इसकी जांच होनी चाहिए. वहीं ओवैसी ने इस वीडियो पर कहा कि IAS को धर्म के आधार पर निशाना बनाया गया है. मुस्लिम होने की वजह से उनको निशाना बनाया गया है.