तीन कृषि कानूनों के खिलाफ महीनों से चल रहे आंदोलन के बीच किसानों ने आज भारत बंद बुलाया है. जिसमे विपक्षी पार्टियों का भी साथ मिला है. जिसके चलते दिल्ली-एनसीआर के सभी प्रमुख रास्तों पर भारी जाम लगा है.
नेशनल और स्टेट हाईवे ब्लॉक
भारत बंद को लेकर दिल्ली से सटी सीमाओं, पंजाब, बिहार समेत देश के कई राज्यों में प्रदर्शन किया जा रहा है. कई नेशनल और स्टेट हाईवे ब्लॉक कर दिए गए हैं. कई रूट डायवर्ट करने पड़े हैं. ट्रेनों की आवाजाही भी प्रभावित है. दिल्ली से जाने वाले कई ट्रेनें रद्द की गई हैं. लेकिन उत्तर प्रदेश में इसका खास असर होने की संभावना नहीं है. यहाँ विपक्षी पार्टियों का साथ तो मिला है मगर व्यापारियों और उद्योग जगत ने इससे किनारा किया है. योगी आदित्यनाथ सरकार इस विरोध की आड़ में किसी भी अवांछित प्रक्रिया से निपटने के लिए तैयार है.
दफ्तर पहुंचना भी मुश्किल
सुबह से ही हाल है कि एनसीआर के शहरों से दिल्ली में आवाजाही बेहद मुश्किल हो गई है. लगभग सभी सीमाओं के आसपास वाहनों का लंबा जाम लग गया है. पंडित श्रीराम शर्मा मेट्रो स्टेशन के एंट्री-एग्जिट गेटों को बंद कर दिया गया है. वहीं, किसानों के विरोध प्रदर्शन के कारण लोगों के लिए दफ्तर पहुंचना भी मुश्किल हो गया है. प्रदर्शनकारी किसानों की योजना सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक चक्का जाम रखने और विरोध प्रदर्शन करने की है
आंदोलन छोड़ बातचीत का रास्ता अपनाएं
कई जगहों पर व्यापारी वर्ग, वकीलों और छात्र भी किसानों के भारत बंद का समर्थन कर रहे हैं. वेस्ट यूपी के 27 जिलों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. गाजीपुर बॉर्डर की कमान अखिल भारतीय किसान सभा की केंद्रीय कमेटी के सदस्य कामरेड डीपी सिंह के हाथ में है. नोएडा में भी किसान परी चौक पर जाम लगाने की तैयारी कर रहे हैं. वहीं, सरकार ने किसानों से अपील की है कि वे आंदोलन छोड़कर बातचीत का रास्ता अपनाएं. कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि सरकार किसानों की आपत्तियों पर विचार करने के लिए तैयार है.