चक्रवाती तूफान गुलाब ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटों से टकरा चुका है और तूफान के टकराने के बाद समंदर में ऊंची-ऊंची लहरें उठीं और कई इलाकों में तेज बारिश भी हुई. पहले ही देश के कई इलाकों में मानसूनी बारिश हो रही है. गुलाब तूफान के चलते जोरदार मेघा बरस रहे हैं.
पांच मछुआरों की मौत
चक्रवात तूफान गुलाब के चलते देश के कई राज्यों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. राजधानी दिल्ली में पूरे सप्ताह रिमझिम फुहारें पड़ने की संभावना है. कभी ये फुहारें बूंदाबांदी तक सिमट सकती हैं तो कभी हल्की बारिश में बदल सकती हैं. तूफान की चपेट में आने से आंध्र प्रदेश के पांच मछुआरों की मौत हो गई है. ये सभी मछुआरे मंडासा तट पर लौट रहे थे की तभी तेज लहरें आईं और उनकी नाव पलट गई, जिसके चलते वे सभी समुद्र में बह गए.
39000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया
ओडिशा में करीब 39000 लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. ओडिशा के कोरापुट, रायगडा और गजपति जिलों में भारी बारिश की संभावना है और हवा की गति 50 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे रहेगी. आइएमडी ने जानकारी दी है कि अगले 6 घंटों के दौरान चक्रवाती तूफान ‘गुलाब’ कमजोर होकर निम्न दबाव के क्षेत्र (Deep Depression) में बदल सकता है. बताया जा रहा है कि आज और कल इस तूफान का आफ्टर इफेक्ट देश की आर्थिक राजधानी मुंबई पर दिखाई दे सकता है.
तूफ़ान ने मचाई भारी तबाही
संयुक्त कलेक्टर सुमित कुमार ने कहा, जिला प्रशासन ने लगभग 61 राहत केंद्र खोले हैं और 1100 लोगों को इन केंद्रों में रखा गया है. चक्रवात गुलाब के कारण आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले की कई सड़कें जलमग्न हो गई है. कुछ इलाकों में पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए हैं. जिले के अधिकांश हिस्सों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है.
इसके पहले रविवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी से चक्रवात तूफान से उत्पन्न स्थिति की जानकारी ली थी. और ट्वीट कर केंद्र से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया था. पीएम मोदी ने कहा था कि मैं सभी की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रार्थना करता हूं.