रात में सिविल अस्पताल में नदारद मिले गार्ड, मैन पावर एजेंसी को नोटिस भेजी : डॉ.आनन्द ओझा
सिविल अस्पताल के निदेशक ने रात को किया औचक निरीक्षण
लखनऊ। डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) अस्पताल की इमरजेंसी गेट व मुख्य गेट पर तैनात गार्ड रात को नदारद मिले। अस्पताल के अंदर महिला वार्ड अंदर से बंद था, बहुत देर तक आवाज लगाने पर भी दरवाजा नही खुला, कमोवेश यही हाल कई वार्डो का था। स्पष्ट है कि स्टाफ नर्स व वार्ड आया आदि दरवाजा बंद करके सो रहे थी। यह सब हकीकत बुधवार की रात को अस्पताल के निदेशक डॉ.आनन्द ओझा ने, खुद देखी। इसके साथ ही उन्होंने इमरजेंसी समेत अस्पताल के विभिन्न वार्डो में भर्ती मरीजों से दवाओं की उपलब्धता और अन्य सुविधाओं की भी जानकारी ली। हलांकि उसमे कोई बड़ी खामी प्रकाश मे नही आई।
मैन पावर एजेंसी को चेतावनी
उपमुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री की तर्ज पर, सिविल अस्पताल के निदेशक ने भी बुधवार की रात इमरजेंसी समेत पूरे अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सबसे पहले इमरजेंसी गेट पर गार्ड न मिलने पर जानकारी ली, दूसरे गेट पर भी गार्ड नही मिला। दोनो को बुलवाकर खूब लताड़ लगाई। इसके बाद उन्होंने इमरजेंसी का हाल लिया, जहां पर कोई बड़ी समस्या नही मिली। मरीजों ने भी दवाएं मिलने की जानकारी दी। इसके बाद निदेशक डॉ.ओझा पुरानी बिल्डिंग में वार्डो का हाल लेने पहुंचे, मगर महिला वार्डो के दरवाजे न खुलने से बैरंग लौट आये। सुबह गुरुवार को निदेशक डॉ.ओझा ने, गार्ड उपलब्ध कराने वाली मैन पावर एजेंसी को हकीकत बयां करते हुए चेतावनी भरे लहजे में नोटिस भेज दी। डॉ.ओझा ने बताया कि अस्पताल में सबसे ज्यादा समस्या संविदा पर तैनात गार्ड कर्मचारियों से ही आ रही है। इसके अलावा अस्पताल में सभी को निर्देशित किया है कि मरीजों को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होनी चाहिये। जिसकी मॉनीटरिंग मैं स्वयं और अन्य अधिकारी समय समय पर करते रहेंगे।