किडनी संबन्धित करीब 50 हजार मरीजों को इलाज की सुविधा प्राप्त होगी पीजीआई में
एडवांस पीडियाट्रिक सेंटर के निर्माण की भी घोषणा
मुख्यमंत्री योगी ने पीजीआईइमरजेंसी मेडिसिन व गुर्दा प्रत्यारोपण सेंटर समेत सात प्रोजेक्ट का लोकार्पण
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को संजय गांधी पीजीआई में नवनिर्मित इमरजैंसी मेडिसिन व गुर्दा प्रत्यारोपण केंद्र का लोकार्पण किया गया। मुख्यमंत्री योगी ने कोविड-19 महामारी के उत्कृष्ट प्रबंधन के लिए संस्थान की पूरी टीम को बधाई दी और कहा कि अनेक प्रकार की आलोचना और प्रत्यालोचना से प्रभावित हुए बिना उन्होंने अपना सर्वोत्कृष्ट योगदान दिया। पूर्वी उत्तर प्रदेश विशेषकर कुशीनगर और गोरखपुर जिले में जापानी इंसेफेलाइटिस बीमारी के समूल निवारण की दिशा में किए गए अपने गहन और विस्तृत कार्य नियोजन की चर्चा की और कहा कि यह केवल अंतर विभागीय समन्वय से ही संभव हो पाया। उन्होंने संस्थान में 500 करोड़ की लागत वाले एडवांस पीडियाट्रिक सेंटर के निर्माण की भी घोषणा की।
एक ही छत के नीचे संबंधित उपचार की अत्याधुनिक सुविधाएं
निदेशक प्रो. आरके धीमन ने इमरजेसी मेडिसिन, गुर्दा प्रत्यारोपण केंद्र व अन्य नवनिर्मित प्रोजेक्ट की रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कहा कि नवनिर्मित गुर्दा प्रत्यारोपण केंद्र में एक ही छत के नीचे संबंधित उपचार की अत्याधुनिक सुविधाएं विद्यमान हैं। इस केन्द्र के शुरु होने से अब संस्थान में 55 डायलिसिस बेड बढ़कर 110 हो गए हैं। साथ ही इंडोर बेड 62 से 97 हो चुके हैं। क्रिटिकल केयर नेफ्रोलॉजी आईसीयू के बेड 8 से बढ़कर 11, साथ ही 2 आत्याधुनिक आॅपरेशन थियेटर भी बढ़ गए हैं। जिससे किडनी संबन्धित करीब 50 हजार मरीजों को इलाज की सुविधा प्राप्त हो सकेगी।
30 बिस्तरों को बढ़ाकर इमरजेंसी के बिस्तरों की संख्या 210
उन्होंने कहा कि नवीन इमरजैंसी मेडिसिन विभाग प्रति वर्ष लगभग एक लाख आपातकालीन मरीजों को आपातकालीन उपचार दे पाएगा। इस तरह वर्तमान के 30 बिस्तरों को बढ़ाकर इमरजेंसी के बिस्तरों की संख्या 210 की गई है। इसमें एक रेडियोलॉजी विभाग भी होगा, जिसमें अल्ट्रासाउंड, डीएसए एक्स-रे सभी की सुविधा होगी। डॉ.धीमन ने इस प्रोजेक्ट को रिकॉर्ड समय में पूरा करने के लिए पूर्ण सहयोग देने के लिए प्रदेश सरकार का हार्दिक आभार व्यक्त किया। चिकित्सा शिक्षा, वित्त और संसदीय मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि संजय गांधी पीजीआई ने अपने पूर्वजों की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए रोगी सेवा, शोध और शिक्षण में अपनी उपलब्धियों से पूरे राष्ट्र को गौरवान्वित किया है।
इस अवसर पर भारत सरकार के आवास व शहरी मामलों के राज्य मंत्री कौशल किशोर, उत्तर प्रदेश सरकार के चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री संदीप कुमार सिंह और मुख्य सचिव और संस्थान के अध्यक्ष डीएस मिश्रा भी उपस्थित थे।