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किसानों को सम्माननिधि के नाम पर अपमान और वसूली की नोटिसें ही मिल रही है।


लखनऊ । सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा राज में किसान चौतरफा लूटा जा रहा है। किसानों से झूठे वादे करने वाली भाजपा सरकार ने उन्हें सिर्फ धोखा दिया है। गन्ना किसानों का हजारों करोड़ रूपया बकाया है। राज्य सरकार को कानूनन बकाया के साथ ब्याज भी देना चाहिए पर भाजपा सरकार चुप्पी साधे है।
भाजपा के कारण किसानों के लिए खेती बारी मुसीबत बनती जा रही है। इन दिनों किसान डीएपी खाद के लिए तरस रहा है। प्रशासनतंत्र की बेरूखी से हालात दिन पर दिन बिगड़ते जा रहे हैं। खाद की कमी के चलते कालाबाजारी पनप रही है। डीएपी का स्टाक मुंहमांगे दामों पर वसूला जा रहा है। दुकानों पर 1350 रुपए कीमत वाली डीएपी बोरी 1650 रुपये में बेची जा रही है। खाद बिक्री केन्द्रों पर कुछ दूकानदार तो खाद के साथ अन्य सामान जैसे लिक्विड स्प्रे भी किसानों को जबरन बेच रहा है।

किसानों से एक बोरी पर 300 रूपए तक वसूली


एटा में सहकारी समितियों पर खाद की कमी से किसान परेशानी में भटक रहे हैं। निजी विक्रेता किसानों से एक बोरी पर 300 रूपए तक वसूली कर रहे हैं। प्रतापगढ़, हरदोई, कासगंज जैसे अनेक जिलों में किसान डीएपी के लिए भटक रहे हैं। किसान भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार की मार झेल रहे है। दिन भर लाइन लगने पर भी खाली हाथ लौट रहे हैं।
भाजपा सरकार किसानों के प्रति शुरू से उदासीन है और उनके प्रति घोर उपेक्षा का भाव प्रदर्शित करती रही है। उसे अन्नदाता की नहीं पूंजीघरानों के हितों की चिंता रहती है। किसानों को सिर्फ आश्वासन पर आश्वासन दिया जाता है। कभी आय दोगुनी करने का सपना दिखाया तो कभी मुफ्त बिजली का झांसा दिया। किसानों को सम्माननिधि के नाम पर अपमान और वसूली की नोटिसें ही मिल रही है। ऐसी जनविरोधी भाजपा सरकार अब किसानों को ही नहीं बल्कि समस्त प्रदेशवासियों के लिए मुसीबत बन गयी है।

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