
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने श्रीनगर में एक जनसभा को संबोधित किया. इसके साथ ही उन्होंने श्रीनगर में कई परियोजनाओं का शुभारंभ भी किया. जनसभा के दौरान अमित शाह ने सुरक्षा के लिए लगाई गई बुलेट प्रूफ ग्लास शील्ड हटवा दी और कहा कि आप लोगों से खुलकर बात करना चाहता हूं.
कश्मीर के युवाओं से बात करने आया हूँ
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि वो जम्मू-कश्मीर के लोगों से सीधे बात करना चाहते हैं. मुझे ताना मारा गया, निंदा की गई.. आज मैं आपसे खुलकर बात करना चाहता हूं. यही वजह है कि यहां कोई बुलेटप्रूफ शील्ड या सुरक्षा नहीं है. फारूक साहब ने मुझे पाकिस्तान से बात करने का सुझाव दिया है, लेकिन मैं कश्मीर के युवाओं-यहां के लोगों से बात करूंगा. मुझे यहां के युवाओं से दोस्ती करनी है. कश्मीर के लोग मेरे अपने हैं, मुझे उनकी बात सुननी है.
कश्मीर अब तरक्की की राह पर
अब कश्मीर के लोगों को अपने दिल से डर निकाल देना चाहिए. कश्मीर अब तरक्की की राह पर है. मैं बिना बुलेट प्रूफ जैकेट के आपके बीच मौजूद हूं. आपसे दिल-खोलकर बात करने आया हूं. 70 साल तक यहां के युवाओं को उनका अधिकार नहीं मिला. अब उन्हें बराबरी का अधिकार मिलेगा. कश्मीर की शांति और विकास को अब कोई नहीं बिगाड़ सकता. PM मोदी के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर में विकास तेजी से बढ़ेगा. इस प्रक्रिया में किसी को भी खलल डालने नहीं दी जाएगी.
विपक्ष ने आज तक आतंकवाद की निंदा नहीं की
अमित शाह ने कहा कि मैं आज कश्मीर के युवाओं से पूछने आया हूं कि उन्होंने आपका क्या भला किया जिन्होंने आपके हाथों में पत्थर थमा दिए थे ? 70 साल के शासन में घाटी में 40000 हजार लोग मारे गए है पर विपक्ष ने आज तक आतंकवाद की निंदा नहीं की है. अब शांति भंग करने की कोशिश करने वालों को दंडित किया जाएगा.