PM मोदी का अखिलेश पर तंज, कहा- UP में भ्रष्टाचार की साइकिल चौबीसों घंटे चलती थी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भगवान महात्मा बुद्ध की क्रीड़ा स्थली सिद्धार्थनगर में 2239 करोड़ की लागत से तैयार प्रदेश के नौ मेडिकल कालेजों का बटन दबाकर उद्धाटन किया. उद्घाटन करने के बाद जनसभा को संबोधित किया.
स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में सुधार हुआ
पीएम मोदी ने कहा कि देश और प्रदेश में हमारी राजनीतिक इच्छाशक्ति और राजनीतिक प्राथमिकता के कारण स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में सुधार हुआ है. जो पहले सरकार में थे, वो वोट के लिए कहीं डिस्पेंसरी की, कहीं छोटे-मोटे अस्पताल की घोषणा करके बैठ जाते थे. मुझे इस बात का हमेशा अफसोस रहेगा कि यहां पहले जो सरकार थी उसने हमारा साथ नहीं दिया. विकास के कार्यों में वो राजनीति को ले आई, केंद्र की योजनाओं को यहां यूपी में आगे नहीं बढऩे दिया.
भ्रष्टाचार की साइकिल चौबीसों घंटे चलती थी
सात साल पहले जो दिल्ली में सरकार थी और चार साल पहले जो यहां यूपी में सरकार थी, वो पूर्वांचल में क्या करते थे? सालों-साल तक या तो बिल्डिंग ही नहीं बनती थी, बिल्डिंग होती थी तो मशीनें नहीं होती थीं, दोनों हो गईं तो डॉक्टर और दूसरा स्टाफ नहीं होता था. ऊपर से गरीबों के हजारों करोड़ रुपए लूटने वाली भ्रष्टाचार की साइकिल चौबीसों घंटे अलग से चलती रहती थी. योगी की सरकार से पहले यहां जो सरकार थी, उसने अपने कार्यकाल में UP में सिर्फ 6 मेडिकल कॉलेज बनवाये थे. योगी के कार्यकाल में 16 मेडिकल कॉलेज शुरू हो चुके हैं और 30 नए मेडिकल कॉलेजों पर तेजी से काम चल रहा है.
योगी ने हजारों बच्चों का जीवन बचा लिया
उत्तर प्रदेश की जनता ने योगी आदित्यनाथ को सेवा का मौका दिया तो उन्होंने दिमागी बुखार को बढऩे से रोक, हजारों बच्चों का जीवन बचा लिया. उन्होंने कहा कि सरकार जब संवेदनशील हो, गरीब का दर्द समझने के लिए मन में करुणा का भाव हो तो इसी तरह काम होता है. आज का दिन पूर्वांचल और उत्तर प्रदेश के लिए आरोग्य की डबल डोज लेकर आया है. आज केन्द्र में जो सरकार है, यहां उत्तर प्रदेश में में जो सरकार है, वो अनेकों कर्मयोगियों के दशकों की तपस्या का योगदान है. प्रधानमंत्री ने कहा कि हमको भरोसा है कि पूर्वाचल सिर्फ उत्तर प्रदेश ही नहीं देश का मेडिकल का हब बनेगा. सेहत का उजाला देने वाला होगा.
स्वर्गीय माधव प्रसाद त्रिपाठी का अथाह परिश्रम
सिद्धार्थनगर ने स्वर्गीय माधव प्रसाद त्रिपाठी के रूप में ऐसा समर्पित जनप्रतिनिधि देश को दिया है जिनका अथाह परिश्रम आज राष्ट्र के काम आ रहा है. सिद्धार्थनगर के नए मेडिकल कॉलेज का नाम माधव बाबू के नाम पर रखना उनके सेवाभाव के प्रति सच्ची कार्यांजलि है. माधव बाबू का नाम यहां से पढ़कर निकलने वाले युवा डॉक्टरों को जनसेवा की निरंतर प्रेरणा भी देगा.