किसानों की अंतिम अरदास में पहुंची प्रियंका गांधी, 5 राज्यों से आए 50 हजार किसान
लखीमपुर खीरी हिंसा में मृत चार किसानों की अंतिम अरदास शुरू हो गई है. घटनास्थल से करीब एक किमी की दूरी पर 30 एकड़ भूमि पर ये कार्यक्रम चल रहा है. कार्यक्रम में यूपी के अलावा पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और छत्तीसगढ़ से करीब 50 हजार किसान पहुंचे हैं.
किसान नेताओं ने सरकार को किया आगाह
इसके साथ ही किसान नेताओं ने चेतावनी भी दी है कि वो राजनेताओं को अपना मंच साझा नहीं करने देंगे. अंतिम अरदास कार्यक्रम का संचालन संयुक्त किसान मोर्चा के पदाधिकारी डा. दर्शनपाल सिंह कर रहे हैं. मंच से किसान नेताओं ने सरकार को आगाह किया है कि तीन अक्टूबर को हुई घटना लोमहर्षक है और इसके सभी दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाए बिना संयुक्त मोर्चा मानने वाला नहीं है. किसान नेताओं ने ये भी कहा कि केंद्रीय मंत्री के बेटे को तो गिरफ्तार कर लिया गया लेकिन, अभी केंद्रीय मंत्री पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
प्रियंका गांधी वाड्रा अरदास कार्यक्रम में पहुंची
बतादें कि कार्यक्रम में मृतक किसानों के परिवार वालाें और घायल किसानों को भी बुलाया गया है. अरदास में शामिल होने के लिए कई सियासी नेता भी पहुंचने वाले हैं. किसान नेता राकेश टिकैत श्रद्धांजलि सभा में पहुंच गए हैं. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी लखीमपुर खीरी के तिकुनिया पहुंच गई हैं और अंतिम अरदास कार्यक्रम में शामिल हो गई हैं. प्रियंका गांधी के साथ प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू भी हैं.
मंच पर कोई सियासी नेता नहीं बैठेगा
संयुक्त किसान मोर्चा ने मंच से कहा कि हम प्रियंका गांधी, दीपेंद्र हुड्डा का स्वागत करते हैं. लेकिन ये फैसला लिया गया है कि अरदास कार्यक्रम के मंच पर कोई सियासी नेता नहीं बैठेगा. जो भी नेता इस कार्यक्रम में आएगा वो पब्लिक के साथ बैठेगा. उधर, लखीमपुर आने वाले किसानों को जगह-जगह रोका जा रहा है. इसको लेकर किसान आक्रोशित हो रहे हैं. मंच से बार-बार अनाउंस किया जा रहा है कि प्रशासन उन्हें परेशान न करे.
पुलिस जांच कमेटी ने किया निरीक्षण
कार्यक्रम की सुरक्षा व्यवस्था को परखने के लिए विशेष पुलिस जांच कमेटी के DIG उपेंद्र अग्रवाल, DM अरविंद चौरसिया और SP विजय ढुल ने कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया. वहीं राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय सिख संगठन जसवीर सिंह ने बताया कि अरदास कार्यक्रम जारी है. लोग मृत किसानों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं. सबसे पहले शबद कीर्तन हो रहा है. इसके बाद किसान नेता शहीद किसानों को श्रद्धा सुमन अर्पित कर अपनी-अपनी बात रखेंगे.