एक व्यक्ति वर्ष में 24 बार डोनेट कर सकता है प्लेटलेट्स : आनन्दीबेन पटेल
राजभवन में स्वैच्छिक प्लेटलेट्स दान जागरूकता शिविर संपन्न
‘‘स्वैच्छिक प्लेटलेट दान: आओं बढ़ाएं कदम स्वस्थ प्रदेश की ओर’’ का विमोचन
लखनऊ। उप्र राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि खून देकर किसी की जिन्दगी बचाना सबसे महान काम है। दुनिया का कोई वैज्ञानिक ईश्वर प्रदत्त रक्त नहीं बना सकता है। जरूरत पड़ने पर एक इंसान का खून ही किसी दूसरे की जिन्दगी बचा सकता है। उन्होंने कहा कि रक्तदान एकदम सुरक्षित प्रक्रिया है, एक औसत वयस्क रक्तदान के बाद 24 से 48 घंटों में फिर से रक्त बना लेता है और अगर प्लेटलेट्स दान की बात करें तो एक स्वस्थ व्यक्ति सालाना 24 बार तक प्लेटलेट्स दान कर सकता है।
स्वयं भी रक्तदान करे और सबको रक्तदान के लिए प्रेरित करें
राज्यपाल आनन्दी बेन, सोमवार को राजभवन स्थित गांधी सभागार में डॉ. आरएम लोहिया संस्थान, द्वारा आयोजित स्वैच्छिक प्लेटलेट दान जागरूकता शिविर का उद्घाटन करते हुए बोल रही थी। उन्होंने ,प्लेटलेट्स दान को लेकर जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया। कहा कि कैंसर, डेंगू आकस्मिक दुर्घटना व अन्य बीमारी से पीड़ित मनुष्य को प्लेटलेट्स चढ़ाने की जरूरत होती है। प्लेटलेट्स मात्र पांच दिनों तक ही सुरक्षित रखा जा सकता है। इस दृष्टि से यह आवश्यक है कि प्लेटलेट्स डोनर का पंजीकरण किया जाए ताकि मरीज की जरूरत के अनुसार डोनर से प्लेटलेट्स दान कराया जा सके।
प्रदेश की 10 प्रतिशत जनता भी इस अभियान से जुड़ जाये
राज्यपाल ने कहा कि जानकारी के अभाव में लोग रक्त दान करने से डरते हैं। व्यापक जागरूकता अभियान से इन पूर्वाग्रहों और भय को दूर करना होगा, जिससे लोग इसे घर में मनाए जाने वाले समारोहों के अवसर पर दान कार्य से जोड़ें। उन्होंने कहा कि , अगर प्रदेश की 10 प्रतिशत जनता भी इस अभियान से जुड़ जाये तो हम इस क्षेत्र में देश में नम्बर बन स्तर पर होंगे। उन्होंने कहा कई बार मरीज की गंभीरता को देखते हुए चिकित्सकों ने भी रक्तदान किया है। हम सबको देश और समाज के लिए अपने दायित्वों को समझना होगा।
डोनर का रजिस्ट्रेशन हो जाने पर ये विवरण वेबसाइट पर रहेगा
एनएचएम की निदेशक अर्पणा उपाध्याय , संस्थान निदेशक डॉ. सोनिया नित्यानंद ने बताया कि डोनर का रजिस्ट्रेशन हो जाने पर ये विवरण वेबसाइट पर रहेगा। चिकित्सक रक्त की आवश्यकता होने पर निकटतम डोनर का विवरण साइट पर देखकर उनसे सम्पर्क कर सकेंगे। ब्लड बैंक प्रभारी डॉ.वीके शर्मा ने बताया कि राज्यपाल ने, ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग की पत्रिका ‘‘स्वैच्छिक प्लेटलेट दान: आओं बढ़ाएं कदम स्वस्थ प्रदेश की ओर’’ का विमोचन भी किया और प्रथम डोनर गौरव श्रीवास्तव को डोनर कार्ड देकर शिविर का शुभारम्भ किया। शिविर का संचालन संस्थान की निमिषा सोनकर ने किया और संयोजन डॉ. तृप्ति लोखंडे के अनुसार शिविर में 165 रक्तदाताओं का पंजीकरण कराया गया।
24 मार्च को विश्व क्षय रोग दिवस ,वर्ष 2025 तक क्षय रोग से मुक्त भारत
राज्यपाल ने कहा , अपने प्रियजन के जीवन अवसान पर एकाएक उसके अंगदान का निर्णय लोग नहीं ले पाते, जबकि व्यक्ति के मृत्योपरान्त कुछ समय के अंदर उसके अंगदान से एक जीवित व्यक्ति को स्वस्थ जीवन का वरदान मिल जाता है। उन्होंने प्रत्येक वर्ष 24 मार्च को विश्व क्षय रोग दिवस का स्मरण कराते हुए कहा कि हमारा देश वर्ष 2025 तक क्षय रोग से मुक्त भारत के निर्माण के लिए संकल्पित है। हमें इसके लिए बेहतर प्रयास करना होगा।