योगी सरकार ने बदला फैसला, कौशलराज शर्मा वाराणसी के जिलाधिकारी बने रहने वाले
लखनऊ । उत्तरप्रदेश में बड़े पैमाने पर आईएएस अफसरों के तबादले किए गए थे। वाराणसी के जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा को प्रयागराज का कमिश्नर नियुक्त किया गया। उनकी जगह एस.राजलिंगम वाराणसी के नए जिलाधिकारी बनाए गए थे, लेकिन योगी सरकार ने देर रात फैसला लिया कि शर्मा वाराणसी के जिलाधिकारी बने रहेंगे। यूपी सरकार ने 24 घंटे के अंदर अपना फैसला बदलकर फिर आईएएस शर्मा को वाराणसी के डीएम पद की जिम्मेदारी दी है।
आयुक्त प्रयागराज मंडल के पद पर किया गया तबादला रदद
राज्य शासन ने 3 आईएएस अफसरों के तबादले कर दिए हैं। वहीं तबादलों में से 2 आईएएस अफसरों के ट्रांसफर निरस्त कर दिए हैं। वाराणसी के जिलाधिकारी शर्मा का आयुक्त प्रयागराज मंडल के पद पर किया गया तबादला रदद कर दिया गया है। वह वाराणसी के डीएम बने रहने वाले हैं। वाराणसी के डीएम के पद पर स्थानांतरित किए गए एस राजलिंगम का तबादला भी निरस्त किया गया है। वह डीएम कुशीनगर बने रहने वाले हैं। आयुक्त आजमगढ़ मंडल विजय विश्वास पंत को अब आयुक्त प्रयागराज मंडल बनाया गया है। निदेशक उद्योग मनीष चौहान उनके स्थान पर आयुक्त आजमगढ़ मंडल की जिम्मेदारी दी गई है। रवींद्र कुमार-प्रथम जो डीएम उन्नाव से डीएम कुशीनगर बनाए गए थे, उन्हें अब विशेष सचिव खाद्य एवं रसद के पद पर तैनाती दी गई है।
वाराणसी में 57वें जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा
पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 57वें जिलाधिकारी के रूप में कौशलराज शर्मा ने नवंबर 2019 में को कार्यभार ग्रहण किया था। तीन साल के कार्यकाल में उन्होंने इसतरह के कई कार्य किए जिन्हें वाराणसी में लंबे वक्त तक याद रखा जाएगा। जिलाधिकारी के रूप में लोकसभा चुनाव में काम काज और पीएम स्वनिधि योजना के क्रियान्वयन में उन्हें सम्मान भी मिला। वर्ष 2006 बैच के आईएएस अफसर कौशलराज ने जब वाराणसी के जिलाधिकारी का कार्यभार संभाला तो कुछ ही महीनों बाद कोरोना महामारी का सामना करना पड़ा। प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र के जिले के जिलाधिकारी के रूप में कौशल पर बड़ी जिम्मेदारी रही। महामारी से उबरने के बाद प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट विश्वनाथ कॉरीडोर को पूरा कराने की जिम्मेदारी भी उन पर रही। बनारस की गलियों में अधिग्रहण और इतना बड़ा प्रोजेक्ट पूरा कराना किसी चुनौती से कम नहीं था।