क्या सरकार के अधिकारियों को झुका पाएंगे ? फार्मासिस्ट
फार्मेसिस्टों ने शुरु किया कार्य बहिस्कार, 17 से पूर्ण सेवाएं होंगी ठप
लखनऊ । डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के आहवान पर पूर्व प्रस्तावित आन्दोलन के तहत प्रदेश के समस्त चिकित्सालयों में 2 घंटे का कार्य बहिस्कार किया गया, सुबह 10 बजे तक स्वास्थ्य सेवाएं ठप रही। फार्मासिस्टों का कार्य बहिस्कार व पूर्ण हड़ताल की चेतावनी, क्या सरकार के अधिकारियों को झुका पायेगी ? यह सवाल दिन भर, फार्मासिस्टों एवं अस्पतालों में दिन भर तैरते रहें।
छोटे-बड़े सभी अस्पताल रहें प्रभावित
बलरामपुर चिकित्सालय, सिविल अस्पताल, लोक बंधु चिकित्सालय, डॉ. राम मनोहर लोहिया समेत प्रदेश भर के समस्त सरकारी चिकित्सालयों व ग्रामीण क्षेत्र के चिकित्सालयों में फार्मासिस्टों ने कार्य ठप करके धरना प्रदर्शन किया। सिविल अस्पताल में प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सुनील यादव ने कहा की,16 दिसंबर तक प्रदेश के फार्मेसिस्ट 2 घंटे कार्य बहिष्कार करेंगे एवं 17 दिसंबर से समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे एवं 20 दिसंबर से पोस्टमार्टम व इमरजेंसी सेवाएं भी बंद कर देंगे।
आन्दोलन करने को अधिकारी मजबूर कर रहें हैं
संगठन के प्रदेश अध्यक्ष संदीप बडोला ने कहा प्रतीत होता है कि शासन के अधिकारी फार्मेसिस्टों को आंदोलन के रास्ते पर जाने के लिए मजबूर कर रहे हैं , इसलिए प्रदेश भर के 7500 फार्मासिस्ट ने 20 सूत्री मांगों को को लेकर 2 घंटे का कार्य बहिष्कार किया । उन्होंने कहा की फार्मेसिस्टों की कई मांगे गैर वित्तीय हैं फिर भी अधिकारियों की उदासीन हैं। वेतन विसंगति ,पदनाम परिवर्तन, पदों के मानकों में संशोधन, प्रभार भत्ते में संशोधन , नुस्खा लिखने का अधिकार देने आदि मांगों में स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह की सहमति भी है, बावजूद शासन स्तर पर कार्यवाही नहीं हो रही है।
17 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल
महामंत्री उमेश मिश्रा ने कहा की 16 दिसंबर तक प्रदेश के फार्मेसिस्ट 2 घंटे कार्य बहिष्कार करेंगे एवं 17 दिसंबर से प्रदेश के फार्मेसिस्ट संवर्ग के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे एवं 20 दिसंबर से पोस्टमार्टम व इमरजेंसी सेवाएं भी बंद कर देंगे।उन्होंने मुख्यमंत्री योगी से अपील की कि फार्मेसिस्टों की समस्याओं को संज्ञान में लेकर संबंधित अधिकारियों को तत्काल शासनादेश निर्गत करने के लिए निर्देशित करने की कृपा करें अन्यथा की दशा में फार्मेसिस्टों की हड़ताल के कारण जनता को होने वाली असुविधा की जिम्मेदारी शासन एवं प्रशासन की होगी।