मनमोहन सरकार को बदनाम करने के लिए रचा गया था 2 जी स्पेक्ट्रम झूठा घोटाला : सचिन पायलट
सच्चाई बताने पूर्व केन्द्रीय मंत्री सचिन पायलट लखनऊ पहुंचे
लखनऊ । पूर्व सीएजी विनोद राय ने कोर्ट को दिए अपने हलफनामें में स्वयं में स्वीकार किया है कि उन्होंने 2 जी स्पेक्ट्रम व कोल घोटाले प्रकरण में तथ्यात्मक गलतियां हमसें हुई और हमनें झूठ बोला हैं। इससे सिद्ध हो गया कि तत्तकालीन मनमोहन सिंह सरकार को बदनाम और अस्थिर करने के लिये एक मनगढ़ंत कहानी विनोद राय ने तैयार की, जिस पर बीजेपी नेताओ खूब हो हल्ला मचाया और बदनाम करने का प्रयास किया ।
मनमोहन सरकार पाक साफ
श्री पायलट ने कहा कि विनोद राय के हलफनामें से साफ हो गया कि मनमोहन सिंह सरकार पूरी तरह साफ सुथरी और एक ईमानदार सरकार थी। यह बात सोमवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पूर्व केन्द्रीय मंत्री भारत सरकार, सचिन पायलट ने पत्रकारों के समक्ष भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुये कहा।
घोटाला घोटाला चिल्लाने वाले भाजपा नेता मौन क्यों हैं ?
श्री पायटल यहीं नही रुके, उन्होंने कहाकि विनोद राय ने शपथपत्र देकर माफी मांगी है, कोर्ट ने कहा कि झूठी रिपोर्ट से मनमोहन सरकार को बदनाम करने का प्रयास किया गया था। प्रकरण का खुलासा होने पर हल्ला मचाने वाले भाजपा के नेता मौन क्यों हैं। वास्तव में प्रधानमंत्री समेत भाजपा नेताओं के साथ विनोद राय को देश की जनता से माफी मांगनी चाहिये।
176 करोड़ के घोटाले को मनगढंत बताया cag ने
उन्होंने बताया कि न्यायालय के 1500 पृष्ठों के निर्णय और पूर्व सीएजी विनोद राय द्वारा सयुंक्त प्रगतिशील गठबंधन की मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार के कार्यकाल में आडिट रिपोर्ट में लगभग 176 करोड़ रुपये के 2जी स्पेक्ट्रम व कोल घोटाले की फर्जी कहानी का अंत हो गया है। इस मामले में सबसे बड़ी बात यह हुई कि आरोप लगाने वाले पूर्व सीएजी विनोद राय ने खुद ही पूरे प्रकरण का पटाक्षेप कर दिया और कांग्रेस के लगे आरोपों से मुक्त कर दिया।
प्रदेश अध्यक्ष भी मौजूद रहे
श्री पायलट के साथ प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, प्रवक्ता सुप्रिया त्रीनेत्र , अशोक सिंह, डॉ.उमा शंकर पाण्डेय समेत तमाम नेता मौजूद रहें।