जम्मू-कश्मीर में तीन दिवसीय दौरे के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह श्रीनगर पहुंच गए हैं. यहाँ वे जम्मू-कश्मीर के सुरक्षा हालात की समीक्षा के साथ ही विभिन्न विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा करेंगे.
योजनाओं की समीक्षा भी करेंगे
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अमित शाह का स्वागत किया है. गृहमंत्री एकीकृत मुख्यालय की बैठक में जम्मू कश्मीर के सुरक्षा परिदृश्य की समीक्षा करने के अलावा यहाँ पंचायत संस्थानों के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात करेंगे. अमित शाह दो मेडिकल कालेजों की नींव रखने के साथ प्रधानमंत्री विकास कार्यक्रम के तहत जारी योजनाओं की समीक्षा भी करेंगे.
शहीद इंस्पेक्टर परवेज अहमद डार के घर पहुंचे
शाह श्रीनगर पहुंचने के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस में CID के शहीद इंस्पेक्टर परवेज अहमद डार के घर पहुंचे. यहां उन्होंने डार की पत्नी फातिमा अख्तर से मुलाकात की. इसके बाद शाह ने ट्वीट कर बताया कि शहीद जवान परवेज अहमद के घर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी. मुझे और पूरे देश को उनकी बहादुरी पर गर्व है. उनके परिजनों से भेंट की और उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी दी. मोदी जी ने जो नए J&K की कल्पना की है, उसको साकार करने के लिए J&K पुलिस पूरी तन्मयता से प्रयासरत है. बतादें कि 22 जून की शाम को इंस्पेक्टर परवेज अहमद पर आतंकियों ने घात लगाकर हमला किया था. जिसमें वो शहीद हो गए थे.
वहां से निकलने के बाद अब गृहमंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर राजभवन में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक ले रहे हैं. हाल ही में बढ़े टेरर किलिंग मामले पर चर्चा कर रहे हैं.
अधिकारियों के साथ होगी हाईलेवल मीटिंग
अमित शाह शाम 4.30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जम्मू-कश्मीर के युवा मंडलों के सदस्यों के साथ बातचीत करेंगे और शाम 6 बजे वीसी के माध्यम से श्रीनगर-शारजाह अंतर्राष्ट्रीय उड़ान का उद्घाटन करेंगे. शाह के दौरे को देखते हुए गृह मंत्रालय ने कश्मीर में विशेष तौर पर स्नाइपर्स, ड्रोन और शार्पशूटर्स को तैनात किया है. इन्हें स्ट्रैटेजिक पॉइंट की देखरेख के लिए भेजा गया है. शाह राजभवन में RAW प्रमुख सामंत कुमार गोयल, सेना के बड़े अफसरों, IB चीफ समेत 12 बड़े सुरक्षा अधिकारियों के साथ एक हाईलेवल मीटिंग भी करेंगे.
24 अक्तूबर को जम्मू में रहेंगे शाह
गृह मंत्री 24 अक्तूबर को जम्मू में रहेंगे. यहां वे भगवती नगर में सभा को संबोधित करेंगे. लाभार्थी सम्मेलन में केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं के 80 लाभार्थियों को प्रमाणपत्र और योजना से जुड़े दस्तावेज सौंपेंगे. बतादें कि शाह के दोरे के पहले कश्मीर में 20 दिन में 11 नागरिकों की हत्याएं हो चुकी हैं. विभिन्न मुठभेड़ों में 17 आतंकी मारे जा चुके हैं. गैर कश्मीरी और गैर मुस्लिमों की हत्याओं के बाद कश्मीर में विभिन्न राज्यों के श्रमिकों का पालयन कई दिन से जारी है.