Uncategorized

कोरे आश्वासन पर न पसीजेंगे अनिश्चित कालीन हड़ताल करने वाले केजीएमयू कर्मचारी


शासनादेश जारी होने के बाद ही खत्म होगी हड़ताल
: प्रदीप गंगवार
लखनऊ । सरकार व शासन के निर्देश के बावजूद कर्मचारियों की मांग न पूरी होने से केजीएमयू में कर्मचारी परिषद ने एक बार फिर आन्दोलन की घोषणा कर दी है, यह आन्दोलन आगामी 16 नवम्बर से अनिश्चित कालीन हड़ताल से शुरु होगा। यह जानकारी शुक्रवार को कर्मचारी परिषद के अध्यक्ष प्रदीप गंगवार ने दी और कहा कि शासन व प्रशासन को भी अवगत करा दिया गया है।

कैडर स्ट्रक्चरिंग के लिए “पेट के बल लेटकर” आन्दोलन किये गये

अध्यक्ष प्रदीप गंगवार ने कहा कि वर्ष 23 अगस्त 2016 को शासनादेश हुआ था कि केजीएमयू के गैर शैक्षिक कर्मियों को एसपीजीआई कर्मचारियों के समान ही वेतनमान देने के लिए समवर्गीय पुनर्गठन (कैडर स्ट्रक्चरिंग) किया जाये। इसके बाद भी कैडर स्ट्रक्चरिंग के लिए कई आन्दोलन किये गये थे, “पेट के बल लेटकर” गुहार लगाने का आन्दोलन किया ! आज 5 वर्ष बाद भी केवल दो समवर्गो का ही पुनगर्ठन किया गया है, उसमें भी केवल एक संवर्ग को ही दिया गया है। उन्होंने बताया कि समस्त कैडर के पुनर्गठन के लिए बीते जनवरी माह में चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना और एसीएस डॉ.रजनीश दुबे , एसीएस वित्ता संजीव मित्तल और कुलसचिव केजीएमयू ने, कर्मचारियों को आश्वासन दिया था कि मार्च माह तक 4 कैडर और सितम्बर माह तक समस्त कैडरों का स्ट्रक्चरिंग कर दिया जायेगा। उच्चाधिकारियों कर्मचारियों को निर्देश भी दिये गये थे। मगर आजतक कर्मचारियों को कोई लाभ नही मिला है।

शहीद कर्मचारियों को आर्थिक सहायता भी नही मिली

अध्यक्ष गंगवार ने कहा महामारी दौर में समस्त कर्मचारियों ने पूरे मनोयोग से मरीजों को सेवाएं दी हैं, तमाम कर्मचारी शहीद भी हो गये हैं। जिन्हें सरकार द्वारा आजतक कोई आर्थिक सहायता भी नही मिली है। कर्मचारियों का गुस्सा लगातार बढ़ता जा रहा है। कर्मचारियों की मांग पर ही कर्मचारी परिषद ने आर-पार की लड़ाई के लिए आन्दोलन करने का निर्णय लिया है। यह आन्दोलन प्रभावी होगा, आन्दोलन के पहले चरण में इमरजेंसी सेवाएं छोंड़ कर समस्त सेवाएं बाधित की जायेंगी। अनिश्चित कालीन हड़ताल होगी, जिसमें ओपीडी से लेकर विभाग की ओपीडी व पैथोलॉजी कार्य बाधित रहेंगे। उन्होंने कहा कि यह आन्दोलन, आश्वासन पर खत्म नही होगा !

Related Articles

Back to top button