पंजाब में जब से नया सीएम बना है तब से कांग्रेस में घमासान जारी है लेकिन इस बीच कुछ ऐसा हुआ जिससे सब चकित रह गए. पंजाब कांग्रेस पार्टी के प्रधान नवजोत सिद्धू ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.
इस्तीफे से गरमाई सियासत
सिद्धू ने सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेजा है, जिसमें लिखा है कि वे पंजाब के भविष्य से समझौता नहीं कर सकते. समझौता करने से इंसान का चरित्र खत्म होता है. मैं कांग्रेस के लिए काम करता रहूंगा. सिद्धू ने इस्तीफे की वजह तो नहीं बताई है, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि वे CM न बनाए जाने से नाराज थे. इसके बाद मंत्री पद और मंत्रालय भी सिद्धू को नहीं मिला. सिद्धू के विरोध के बावजूद गृह विभाग सुखजिंदर रंधावा को दे दिया गया. इसके बाद दोपहर में ही सिद्धू का इस्तीफा सामने आ गया.
अमरिंदर ने कसा तंज
सिद्धू के इस्तीफे के बाद कैप्टन अमरिंदर ने ट्वीट कर लिखा कि मैंने तो पहले ही कहा था कि ये आदमी स्थिर नहीं है. सीमावर्ती राज्य पंजाब के लिए सिद्धू सही नहीं है. वहीं सिद्धू के मीडिया एडवाइजर सुरिंदर डल्ला ने कहा है कि नवजोत सिंह सिद्धू सिद्धांत की राजनीति कर रहे हैं. नई सरकार ने कांग्रेस हाइकमान के 18 सूत्रीय फार्मूले पर कोई काम नहीं किया है. पिछले पांच दिनों के कामों से ऐसा कुछ देखने को नहीं मिला है.
चन्नी ने कहा मुझे जानकारी नहीं
नवजोत सिद्धू के इस्तीफे पर पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. अगर वे नाराज हैं तो उनसे बात करेंगे. वे हमारे पार्टी प्रधान हैं और अच्छे नेता हैं. बतादें कि कांग्रेस अध्यक्ष ने सिद्धू का इस्तीफा मंजूर नहीं किया है. हाईकमान ने राज्य के नेताओं से अपने स्तर पर मामला सुलझाने को कहा है.
तीन और हुए इस्तीफे
उधर सिद्धू के समर्थन में मंत्री रजिया सुल्ताना ने भी चन्नी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है. आज ही उन्होंने अपना कार्यभार संभाला था. रजिया सिद्धू के सलाहकार और पूर्व DGP मोहम्मद मुस्तफा की पत्नी हैं. इसके बाद पंजाब कांग्रेस के नवनियुक्त कोषाध्यक्ष गुलजार इंद्र सिंह चहल और महासचिव योगेंद्र ढींगरा ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.