लोहिया में बच्चों की आंखों का इलाज होगा पृथक ओपीडी में
निदेशक डॉ.सोनिया नंद ने फीता काटकर कर ओपीडी का किया उद्घाटन
लखनऊ। लोहिया संस्थान में 16 वर्ष के कम उम्र के बच्चों के लिए आई ओपीडी पृथक चलेगी। उक्त ओपीडी में बाल नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ.प्रोलिमा ठक्कर द्वारा बच्चों की आंखों संबन्धी बिमारियों का ही इलाज दिया जायेगा। नेत्र विभाग की बाल ओपीडी का उद्Þघाटन संस्थान निदेशक डॉ.सोनिया नित्यानंद ने फीता काटकर किया और विभाग को शुभकामनाएं देते हुए पूरे स्टाफ को मरीजों के प्रति संवेदनशील बने रहने की अपील की।
40 से 70 प्रतिशत बच्चों में अंधापन दूर किया जा सकता
संस्थान में बच्चों के लिए आई ओपीडी शुभारंभ अवसर पर डॉ. प्रामिला ने बताया बच्चो में आंखों की रोशनी संबन्धी समस्याएं बढ़ रहीं हैं, विकसिन देशों की तुलना में भारत में समस्या 5 गुना अधिक है। कॉनियल अंधापन, प्रीमैच्योरिटी रैटिना, और एंबीलिया आदि का विशेष इलाज न मिलने से बच्चों में अंधापन बढ़ रहा है। अगर सही इलाज मिल जाये तो 40 से 70 प्रतिशत बच्चों में अंधापन दूर किया जा सकता है। सामान्य नेत्र ओपीडी में सभी उम्र के मरीजों की भीड़ होती है, बच्चों को अत्यधिक समय और सतर्कता पूर्ण उपचार देना होता है। उक्त समस्या को देखते हुए बच्चों के लिए विशेष ओपीडी शुरु की गई है। इस ओपीडी में बच्चों में होने वाली लगभग आँख सम्बन्धी सभी बीमारियों जैसे अपवर्तक त्रुटियाँ, एंबीलिया जन्मजात मोतियाबिन्द, जन्मजात ग्लूकोमा, जन्मजात पीटोसिस, जन्मजात नासोलैक्रिमल डक्ट रूकावट और समसपूर्वता की रेटिनोपैथी की जाँच और प्रबन्धन तथा बच्चों एवं वयस्क दोनों में भेंगापन के प्रबन्धन एवं उपचार हेतु उच्च स्तर की चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होगी। इस अवसर पर चिकित्सा अधीक्षक डॉ.विक्रम सिंह, आई डिपार्टमेंट एचओडी डॉ.शिखा अग्रवाल समेत कई चिकित्सक मौजूद रहें।