देशभर के करोड़ों कर्मचारियों की मांग है पुरानी पेंशन : वीपी मिश्र
पुरानी पेंशन लागू करें अन्यथा होगा आन्दोलन
लखनऊ। देशभर के युवा वर्ग की भलाई के लिए पुरानी पेंशन को बहाल किया जाए। क्योंकि सेवानिवृत्ति के बाद पति-पत्नी की जीविका का सहारा पेंशन ही होता है। बाल बच्चे बड़े होने पर कहीं रोजगार करने बाहर चले जाते हैं सेवानिवृत्त कर्मचारी को पेंशन नहीं मिलेगी तो वह भूखमरी के कगार पर पहुंच जाएंगे। लोकतांत्रिक सरकार सभी वर्गों को किसी न किसी रूप में पेंशन दे रही है फिर सरकारी कर्मचारियों को पेंशन ना देना कहां तक उचित है। यह तार्किक व मानवीय मांग रविवार को इंडियन पब्लिक सर्विस इंप्लाइज फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष वी पी मिश्रा एवं महामंत्री प्रेमचंद्र ने प्रधानमंत्री मोदी से पत्र के माध्यम से की है।
आउटसोर्सिंग संविदा को नौकरी की संज्ञा नहीं दी जा रही सकती है।
श्री प्रेमचंद्र में चिंता व्यक्त की है कि आउटसोर्सिंग संविदा को नौकरी की संज्ञा नहीं दी जा सकती है। नई पेंशन अंर्तगत सेवानिवृत्ति पर कितनी पेंशन मिलेगी सरकार नहीं बता पा रही है। श्री मिश्र ने मांग की है कि रिक्त पदों पर भर्ती है विभागीय चयन कोई बनाई जाए जिसमें तत्काल भर्तियां हो जाए। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शशि कुमार मिश्र एवं सचिव अतुल मिश्रा ने मांग की है कि सरकारी संस्थानों का निजी करण तत्काल बंद किया जाए क्योंकि निजी संस्थानों में जॉब की भी सुरक्षा नहीं होती है जब चाहे नौकरी से निकाल देते हैं करो ना बीमारी में भारी संख्या में लोग निकाल दिए गए हैं हैं । उन्होंने कहा कि केन्द्र से आग्रह है कि इप्सेफ द्वारा उठाए गए मुद्दों पर गंभीरता से विचार कर जनहित में निर्णय करें वरना भारत सरकार को बड़े बड़े आंदोलन झेलना पड़ेगा।