डेंगू न्यू स्ट्रेन D 2 ने मचाया कोहराम, फाइलों में मामूली बुखार दिखाने में जुटे अधिकारी
लखनऊ । कोरोना का संकट अभी खत्म भी नही हुआ कि प्रदेश में डेंगू के भय ने लोगों के जहन में दहशत पैदा कर दी है । खासतौर पर मथुरा, फिरोजाबाद, कासगंज आदि पश्चिम उप्र में लगातार हो रही मौतों से ,ज्यादा खौफ जदा हैं, डी 2 स्ट्रेन ने तो मानों दिमाग मे कोविड की दूसरी लहर जैसी चिंता तैयार कर दिया हो । शनिवार को फिरोजाबाद और कासगंज में 13 मरीजों की मौत होने से, डेंगू मृतकों की संख्या तकरीबन सवा सौ पहुँच चुकी हैं हालांकि सरकारी आंकड़े रोजाना डेंगू से होने वाली मौतों से वास्ता नही रखते हैं ।
पश्चिम उप्र में बढ़ते डेंगू के प्रकोप से , जनमानस को बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी असफल कोशिश कर रहें हैं । अधिकारी , विशेषज्ञ भागदौड़ कर रहें हैं , दूसरी तरफ आम जनता डेंगू की चपेट में आकर दम तोड़ रहे हैं । शनिवार को भी फिरोजाबाद में 7 मरीजों की मौत हो गई और कासगंज में पहली बार एक दिन में 6 मौते होने से, आसपास के जनपदों में इस्थिति गंभीर और दहशत युक्त ही गयी है । इसके अलावा मथुरा, आगरा और गाजियाबाद , डेंगू संवेदनशील जनपदों की हालत किसी से छिपी नही है । रोजाना मरीजों के भर्ती होने का सिलसिला जारी है, स्वास्थ विभाग के अधिकारियों की उदासीनता और होने वाली मौतों को संज्ञान न लेने की , कार्यगुजारी से , प्रभावित जनपदों में नागरिकों का भरोसा टूट चुका है और बिना किसी सरकारी सुविधाओं की उम्मीद किये, बुखार के मरीज अपनी व अपनों के जीवन रक्षा में जुटे हैं । प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, लगातार अधिकारियों को, डेंगू से बचाव के निर्देश दे रहें हैं बावजूद अधिकारी केवल आंकड़ेबाजी में व्यस्त रह कर अपनी पीठ थपथपवाने का सपना बन रहे हैं दूसरी तरफ आमजनता बुखार की तपन और डेंगू के प्रकोप से तबाह है ।
मुख्यमंत्री के निर्देशों की अवहेलना का प्रमाण है कि स्वास्थ महानिदेशक डॉ. वेदव्रत सिंह का कहना है कि शनिवार की वजह से आज मैंने डेंगू संबंधी अपडेट मेल नही खोली है । निदेशक संचारी डॉ. जी एस बाजपेई से पता कर लीजिए, डॉ. बाजपेई हैं कि उन्होंने फोन ही नही उठाया, घंटी बजते ही कट कर देते रहें, यह स्थिति ऑफिस टाइम की नही है रात 9.30 की है ।