कैबिनेट मंत्री जितिन प्रसाद ने किया मुक्ति नाथ झा रचित ‘‘कल्याणी’’ का विमोचन
मुक्तिनाथ झा की कहानियां समाजोत्थान में प्रेरक बनेगी : जितिन प्रसाद
लखनऊ। प्राविधिक शिक्षा मंत्री जितिन प्रसाद ने शुक्रवार सुबह अपने आवास पर उप्र विधानसभा में सेवारत मुक्ति नाथ झा द्वारा रचित कहानी संग्रह ‘‘कल्याणी ’’ का विमोचन किया। सादगी भरे विमोचन समारोह में श्री प्रसाद ने कहा कि संवेदनशील कथाकार मुक्ति नाथ झा ने बड़ी संजीदगी से मूल्य आधारित सार्थक कहानियां समाज में प्रस्तुत की है। कल्याणी कथा संग्रह निश्चय ही समाज के लिए प्रेरणास्त्रोत व पाठकों के बीच में लोकप्रिय होगी। उन्होंने समाजोत्थान में अपनी साहित्य प्रतिभा को गतिशील बनाएं रखने और उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी।
कहानियोंं के संग्रह कल्याणी प्रेरक का कार्य करेगी
तत्पश्चात प्रेस क्लब में शुक्रवार को आयोजित लोकार्पण समारोह का शुभारंभ अपर निजी सचिव, सर्वेश कुमार मिश्रा की मां सरस्वती की वंदना से हुआ। समारोह में मुख्य अतिथि एकेटीयू के कुलपति विनीत कंसल ने कहा कि जब समाज में मूल्य तिरोहित हो रहे हैं, ऐसे संक्रमण काल में भारतीय संस्कृति के मूल्यों को पुनर्स्थापित करने वाली कहानियोंं के संग्रह कल्याणी प्रेरक का कार्य करेगी। कथाकार मुक्ति नाथ झा ने कहा कि लोकमंगल और संवेदना, साहित्य की मूल एवं वास्तविक आत्मा है। साहित्य मानव समाज को सही अर्थों में मानवीय और लोक हितकारी बनाता है। साहित्य वस्तुत: समाज की पुनर्रचना करता है। श्री झा ने अन्य देशों के प्रसिद्ध कहानीकारों का उल्लेख करते हुए यह भी कहा कि मानवीय संवेदना सर्वत्र समभाव अनुभूत की जाती है।
प्रसंशा की
कार्यक्रम में मौजूद विशिष्ट अतिथियों में बीएचयू के प्रो.विनोद कुमार त्रिपाठी, विशेष सचिव प्रातिधिक शिक्षा सुनील चौधरी, राज्य कर्मचारी साहित्यकार संस्थान के महामंत्री डा.दिनेश अवस्थी, यू.सी.वाजपेयी एवं जगदीश प्रसाद समेत अन्य वक्ताओं द्वारा भी कहानी संग्रह की विभिन्न कहानियों की समीक्षात्मक प्रसंशा की। नूतन कहानियां के संपादक सुरेन्द्र अग्निहोत्री व वरिष्ठ पत्रकार प्रेम शंकर अवस्थी ने संचालन व आभार व्यक्त किया।