एकजुट हुए कर्मचारी, रेडक्रॉस बीएमसी अधीक्षिका को हटाए जाने तक कार्य बहिष्कार की चेतावनी
लखनऊ। कैसरबाग के रेडक्रॉस स्थित बीएमसी में अधीक्षिका के अभद्र व्यवहार से क्षुब्ध कर्मचारियों ने एकजुट होकर बुधवार को कार्य बहिष्कार कर दिया। यही नहीं कर्मचारियों के समर्थन में बीएमसी के डॉक्टर भी आ गए। अचानक कार्य बहिष्कार होने से गर्भवती महिलाओं और बच्चों का टीकाकरण भी प्रभावित हुआ। कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि अधीक्षिका को हटाया नहीं जाता है तो वह सभी कार्य बहिष्कार जारी रखेंगे।
अधीक्षिका अभद्र व्यवहार करती हैं
रेडक्रॉस बीएमसी के कर्मचारियों और अधिकारियों का आरोप है कि वहां की महिला अधीक्षिका डॉ. वंदना सिंह अभद्र व्यवहार करती हैं। कोई भी अधीक्षिका के साथ काम करने को तैयार नहीं है। आरोप है कि अधीक्षिका ने डाटा ऑपरेटर इरशाद आलम के साथ अभद्र व्यवहार किया। उस पर हाथ उठाया और धक्का देकर बाहर कर दिया। उसकी संविदा समाप्त करने की धमकी देते हुए कैसरबाग कोतवाली में एफआईआर तक करा दिया। जबकि इरशाद काफी लंबे समय से बीएमसी में अनुशासन में रहकर बेहतर काम करता आ रहा है। अभी तक उसकी कोई शिकायत नहीं हुई।इससे पहले अधीक्षिका ने कुछ दिन पहले ही बीएमसी की सिस्टर इंचार्ज के साथ भी अभद्र आचरण व मारपीट की गई थी। इनकी भी एफआईआर कराई गई थी। इनके अभद्र आचरण और अनैतिक कार्यशैली से सभी कर्मचारी व अधिकारी परेशान हैं। सभी कर्मचारियों ने सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल को अपनी ओर से शिकायती पत्र दिया है। इसमें मांग की है कि अधीक्षिका को तुरंत हटाया जाए। डाटा ऑपरेटर इरशाद की एफआईआर समाप्त कराई जाए और उसे नौकरी पर वापस लिया जाए। अन्यथा कर्मचारी और अधिकारी काम नहीं करेंगे।