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बढ़ती उम्र में चेहरे की रौनक बनाए रखने में थ्रेड्स ट्रीटमेंट कारगर: डॉ.कल्पना सारंगी

लखनऊ। थ्रेड्स ट्रीटमेंट का इस्तेमाल बढ़ती उम्र से चेहरे पर आने वाले प्रभाव, रैकनेस व स्किन लिफ्टिंग को रोकने में किया जाता है। रोज मर्रा की दिनचर्या के साथ 25 वर्ष से 65 वर्ष आयु तक लोग इस ट्रीटमेंट को सहजता से ले सकते हैं। यह इलाज न तो ज्यादा खर्चीला है, न ही ज्यादा वक़्त लेता है। आॅफिस टाइमिंग में भी आकर आसानी से करवा सकते हैं। यह जानकारी शनिवार को मिड डर्माकॉन-2022 के दूसरे दिन मुंबई के नानावती हॉस्पिटल के डमेर्टोलॉजी विभाग की एचओडी डॉ. कल्पना सारंगी ने दी।

मिड डर्माकॉन-2022′ का दूसरा दिन संपन्न

‘इंडियन एसोसिएशन आॅफ डमेर्टोलॉजिस्ट्स, वेनेरोलॉजिस्ट्स और लेप्रोलॉजिस्ट्स’ द्वारा आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला में डॉ. नीरज पांडे ने बताया कि त्वचा पर उन्हीं उत्पादों का इस्तेमाल करें, जो एक्सपर्ट्स द्वारा बताए गए हों। सोशल मीडिया पर आॅनलाइन उत्पादों का चलन तेजी से चल रहा है। कई ब्रांड्स अपने प्रोडक्ट का खूब प्रचार भी करते हैं। मगर, इन उत्पादों का इस्तेमाल बिल्कुल न करें। डॉक्टरों से सलाह लेकर ही अपनी त्वचा पर कुछ लगाएं। चंडीगढ़ के डॉ. एम. सेन्धिल कुमारन ने नोसोलोजिकल स्टेटस, डॉ. अटिया यासीन ने कैमोफ्लाज टेक्निक्स, मैसूर की डॉ. चेतना एस जी और डॉ. पूजा मृग सहित सैकड़ों डमेर्टोलॉजिस्ट्स ने अलग-अलग विषयों पर अपना प्रेजेंटेशन दिया। आॅर्गनाइजिंग सेक्रेटरी डॉ. अमित मदान ने बताया कि सफेद दाग, सोरायसिस, चर्म रोग के लिए आ रही नयी दवाइयों, शरीर पर चकत्ते, सोशल मीडिया पर बेचे जा रहे स्किन सम्बंधित उत्पाद नये-नये तरीके के फंगल इन्फेक्शन्स व नयी-नयी बीमारियों को जन्म दे रहें हैं। इनसे बचना चाहिए। साइंटिफिक सेक्रेटरी डॉ. सुमित गुप्ता ने बताया कि 50 वर्ष पुरानी ‘इंडियन एसोसिएशन आॅफ डमेर्टोलॉजिस्ट्स, वेनेरोलॉजिस्ट्स और लेप्रोलॉजिस्ट्स’ विश्व की दूसरी सबसे बड़ी स्किन की एसोसिएशन है। एसोसिएशन में करीब 14 हजार डॉक्टर सदस्य हैं।

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