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30 प्रतिशत कोविड बेड्स पर अस्पताल प्रशासन सीधे भर्ती सकेंगे मरीज, शेष कमांड सेंटर से

इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर शुरु
लखनऊ। कोरोना महामारी की तीसरी लहर की संभावनाओं के दृष्टिगत, गुरुवार को चिकित्सा शिक्षा विभाग और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने संयुक्त रूप से मरीजों के उपचार के लिए पूर्ववत इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर को सक्रिय कर दिया गया है। मगर, नियमों में थोड़ा फेरबदल किया गया है, 13 जनवरी को जारी निर्देशों के अनुसार तीसरी लहर में 30 प्रतिशत बिस्तरों में अस्पताल प्रशासन खुद सीधे मरीजों की भर्ती कर सकेंगे, शेष 70 प्रतिशत बेड कमांड सेंटर से रेफर मरीजों की भर्ती होगी। हलांकि निजी चिकित्सालयों को 90 प्रतिशत सीधे भर्ती करने की राहत दी गई है, केवल 10 प्रतिशत बेड पर ही कमांड सेंटर मरीज भेज सकेगा। मरीजों को फोन द्वारा सूचना देना और अस्पताल पहुंचाने के लिए निशुल्क एम्बुलेंस की सुविधा पूर्ववत रहेगी।

अस्पतालों के लिए दिशा निर्देश जारी

सरकारी अस्पतालो, सरकारी मेडिकल कॉलेज व निजी मेडिकल कॉलेजों में संक्रमित मरीजों की भर्ती करने के लिए प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार व अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने संयुक्त रूप से अस्पतालों के लिए दिशा निर्देश जारी कर दिये हैं। निर्देशों में अस्पताल प्रशासन को निर्देशित किया गया है कि प्रत्येक दिन सुबह 8 बजे और शाम 4 बजे अस्पताल में रिक्त बेडों की संख्या, श्रेणीवार अस्पताल के बाहर व कमांड सेंटर के पोर्टल पर विज्ञापित करना होगा। इसके अलावा मेडिकल कॉलेज व कमांड सेंटर में समन्वय स्थापित करने के लिए रोटेशन के आधार पर चिकित्सा शिक्षा विभाग एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति की जायेगी। इतना ही सभी अस्पतालों के लिए जिला प्रशासन का अधिकारी भी बतौर नोडल अधिकारी मॉनीटरिंग करेगा। जो अस्पताल निर्धारित दरों से ज्यादा शुल्क अर्जित करेगा, उसके खिलाफ महामारी एक्ट के अनुसार आवश्यक कार्यवाई की जायेगी। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी नियमित रूप से कोविड अस्पतालों का निरीक्षण करेंगे और संक्रमित मरीजों के इलाज में सुविधाओं का ख्याल और आने वाली दिक्कतों को दूर करेंगे।

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