योगी ने लोकभवन में बैठकर लोकतांत्रिक एवं संवैधानिक मर्यादाओं को ध्वस्त किया: अखिलेश यादव
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लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि समाजवादी सरकार ने विधान भवन के सामने लोक भवन इसलिए बनवाया था ताकि वह न्याय मंदिर बने लेकिन मुख्यमंत्री योगी ने वहां बैठकर सभी लोकतांत्रिक एवं संवैधानिक मयार्दाओं को ध्वस्त करने का काम किया है। भाजपा ने अपने अब तक के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश में सिर्फ अव्यवस्था और अराजकता फैलाने के अलावा दूसरा कोई काम नहीं किया है।
आखिर कब तक यह सब सहेगा प्रदेश का किसान?
श्री यादव ने कहा कि भाजपा का आचरण और प्रकृति दंगाई किस्म की है। नफरत का तनाबाना फैलाने के साथ समाज को बांटने और विभाजनकारी प्रवृत्तियों को बढ़ाने में ही भाजपा लगी रहती है। झूठ के लिए ही उसका मंथन, निरन्तर चलता रहता है।
भाजपाई रामराज में गाड़ी से किसानों को कुचलना जारी है। उन्नाव में भूमि पर कब्जा हो जाने से परेशान किसान को इस सरकार में न्याय नहीं मिला तो लखनऊ में विधान भवन के सामने आत्मदाह को मजबूर हो गया। बागपत जिले में कर्ज में डूबे किसान द्वारा आत्महत्या की घटना कम हृदयविदारक नहीं। भाजपा के राज में किसानों की ऐसी हालत सरकार के सभी झूठों का पदार्फाश कर रही है। आखिर कब तक यह सब सहेगा प्रदेश का किसान?
गरीब को मुफ्त अनाज देने की योजना पर ताला लगा दिया गया है
श्री यादव ने कहा कि भाजपा सरकार कितनी जनहितैषी और गरीबों की हमदर्द है इसका ताजा नमूना यह है कि गरीब को मुफ्त अनाज देने की योजना पर ताला लगा दिया गया है। उन्होंने कहा कि उपचुनावों में भाजपा हारी और पीछे रह गई। जनता ने तय कर लिया है कि वह अब भाजपा के बहकावे में नहीं आने वाली है। सन् 2022 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनावों में भी अब करारी शिकस्त खाना और बहुत पीछे रह जाना ही भाजपा की नियति होगी।