आर्यन ड्रग्स केस के गवाह किरण गोसावी को पुलिस ने पुणे से गिरफ्तार कर लिया है. गोसावी की गिरफ्तारी विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देकर कई युवकों को ठगने के मामले में हुई है.
2018 से पुणे पुलिस तलाश रही थी
गोसावी को फारासखाना पुलिस स्टेशन में रखा गया है और पुलिस कमिश्नर अमिताभ गुप्ता खुद उससे पूछताछ करने पहुंचे हैं. गोसावी पिछले कई दिनों से फरार चल रहा था. उसे वर्ष 2018 से पुणे पुलिस तलाश रही थी. चिन्मय देशमुख नाम के शख्स ने किरण गोसावी के खिलाफ शिकायत की थी और आरोप लगाया था कि गोसावी ने मलेशिया में नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी की है.
धोखाधड़ी के 5 मामले दर्ज
गोसावी के खिलाफ धोखाधड़ी के 5 मामले दर्ज हैं. आगे की कानूनी कार्रवाई चल रही है. जिस क्रूज से शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को पकड़ा गया था उसका मुख्य गवाह गोसावी ही है. उसकी आर्यन के साथ एक सेल्फी भी वायरल हुई थी, जिसके बाद महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने गोसावी के NCB अधिकारी समीर वानखेड़े का करीबी होने का आरोप लगाया था. पुणे के पुलिस कमिश्नर अमिताभ गुप्ता ने किरण गोसावी की गिरफ्तारी के बाद कहा कि किरण गोसावी ने बताया कि वो सचिन पाटिल अलियास नाम से घूम रहे थे. अभी हम किरण गोसावी का कोविड टेस्ट करेंगे, उसके बाद हम उन्हें कोर्ट के सामने पेश करेंगे.
गोसावी के बॉडीगार्ड ने लगाए आरोप
बतादें कि कुछ दिन पहले ही गोसावी के बॉडीगार्ड रहे प्रभाकर साइल ने दावा किया था कि गोसावी ने आर्यन खान को छोड़ने के लिए 25 करोड़ रुपये की मांग की थी. इसमें से 8 करोड़ का हिस्सा NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े का भी है. हालांकि, वानखेड़े ने इन दावों को खारिज कर दिया था लेकिन NCB की पांच सदस्यीय टीम मुंबई में जांच कर रही है.