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पीड़ित परिवारों से मिलने के बाद बोलीं प्रियंका, परिवार पैसे से नहीं न्याय से संतुष्ट होंगे

उत्तर प्रदेश का लखीमपुर खीरी अब सियासत का बड़ा अखाड़ा बन चुका है. हिंसा के चौथे दिन भी सियासी माहौल गर्म है. बुधवार रात को राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे थे. वहां से लौटने के बाद प्रियंका ने फिर चेतावनी दी है.

संतुष्ट नहीं हैं प्रियंका गांधी वाड्रा

रविवार को भड़की हिंसा में चार किसान सहित आठ लोगों की मौत के बाद योगी सरकार ने मृतक के आश्रितों को 45-45 लाख रुपये की आर्थिक मदद, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और इलाहाबाद हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज को जांच सौंपने का वादा किया है. लेकिन कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा अभी भी संतुष्ट नहीं हैं.

मैं बिल्कुल अडिग रहूंगी

प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि कल मैंने उन परिवारों को वचन दिया है. इन सभी को इंसाफ मिले, इसके लिए मैं लडूंगी. जब तक मंत्री बर्खास्त नहीं होगा और जब तक मंत्री का लड़का गिरफ्तार नहीं होगा तब तक तो मैं बिल्कुल अडिग रहूंगी. लखीमपुर खीरी और बहाराइच के पीड़ित परिवार पैसे से नहीं न्याय से संतुष्ट होंगे. पीड़ितों की आवाज उठाना हम सबकी नैतिक जिम्मेदारी है. आज तो नवरात्र का व्रत हूं. मां दुर्गा सभी का कल्याण करें. भले ही कुछ भी हो जाए, लेकिन दोषियों पर कार्रवाई होने तक ये लड़ाई जारी रहेगी. तीनों परिवारों ने एक ही बात कही कि मुआवजे से मतलब नहीं है, हमें न्याय चाहिए.

कांग्रेस को है इस बात की पूरी उम्मीद

बतादें कि पंजाब और यूपी समेत अन्य राज्यों के विधानसभा चुनाव को देखते हुए विपक्ष लखीमपुर खीरी कांड को तूल देने में लगा हुआ है. कांग्रेस ने दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्रियों, नेताओं और कार्यकर्ताओं को मैदान में उतार दिया है. कांग्रेस को पूरी उम्मीद है कि वो बीजेपी के खिलाफ माहौल बनाने और सूबे के सियासी समिकरण को बदलने में कामयाब हो सकती है. राहुल और प्रियंका के बाद अब पंजाब, छत्तीसगढ़, राजस्थान, झारखंड और उत्तराखंड के कांग्रेस नेता पीड़ितों से मुलाकात करने लखीमपुर जाने वाले हैं. वहीं कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू के नेतृत्व में पंजाब कांग्रेस लखीमपुर खीरी तक मार्च निकालने की तैयारी कर रही है.

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