कोर्ट का बहाना बताकर नही दे रहें होम्योपैथिक फार्मासिस्टों को ज्वाइनिंग
होम्योपैथिक फार्मासिस्टों ने धरना दिया
लखनऊ। सरकारी सेवा में चयनित हो चुके होम्योपैथिक फार्मासिस्टों को कोर्ट के आदेश के 2 साल बाद भी ज्वाइनिंग नही मिली है। चयनित अभ्यर्थियों ने सोमवार को धरना दिया तो आयोग के सचिव ने बताया कि कोर्ट से स्टे आर्डर है, जिसकी वजह से नियुक्ति हेतु शासन को फाइल नही भेजी जा रही है। आयोग के सचिव के उक्त कार्य से फार्मासिस्टों में रोष व्याप्त है और उन्होंने सवाल उठाया कि कोर्ट के आदेश में कहां लिखा है नियुक्तियां नही जाये या यथा स्थिति बना रखा जाये।
होम्योपैथिक फार्मेसिस्टों की सूची निदेशालय भेजने में टालमटोल
उक्त आक्रोश सोमवार को धरना दे रहे चयनित फार्मासिस्टों ने व्यक्त की। उन्होंने बताया कि भर्ती विज्ञापन संख्या 02/2019 आयोग में पिछले 2.5 वर्ष से लंबित पड़ी है जिसका अंतिम परिणाम आयोग द्वारा 2 नवंबर 2019 को दिया जा चुका है। पिछले 20 दिन से आयोग द्वारा कहा जा रहा था कि शीघ्र ही विभाग को फाइल भेज देगा। मगर आज 22 नवंबर को हम लोगों ने धरना दिया गया तो आयोग के सचिव ने बताया कि पूर्व के अ•यर्थियों ने केस डाल रक्खा है उसमे आप कोर्ट से आर्डर ले कर आईये ।
कोर्ट ने कहा कि ज्वाइनिंग दी जा सकती है
उन्होंने बतायाकि कोर्ट के आदेश में साफ लिखा हुआ है कि विभाग चाहे तो सबको जॉइनिंग दे सकता है अंतिम फैसला जो होगा कोर्ट के अधीन होगा। इन सब के बावजूद आयोग के सचिव फाइल भेजने को तैयार नहीं है जब की कोर्ट के आदेश में कही भी स्टे का जिक्र नहीं है चयनित अभ्यर्थियों को परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्व में भी सालो से विवादों में रहा है। धरना में विवेक पाल, विवेक मिश्रा, नवीन, दुष्यन्त, नीरज पाठक, हर्ष श्रीवास्तव, अरविन्द, उमेंद्र, अजीत यादव, रंजीत, 250 चयनित अभ्यर्थी मौजूद रहें।