अखिलेश यादव के बाद, उनके नेता जिन्ना को स्वतंत्रता संग्राम का अग्रिम नेता बता रहें हैं : स्वतंत्र देव सिंह
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं विपक्षी नेताओं में मोहम्मद अली जिन्ना के स्तुतिगान की होड़ लग गयी है। सपा के नेता लगातार जिन्ना की तुलना महात्मा गांधी एवं लौह पुरूष भारत रत्न सरदार वल्लभ भाई पटेल से करके देश और हमारे असंख्य स्वतंत्रता संग्राम सेनानियोंं का अपमान करने से बाज नहीं आ रहे है। यह बात बुधवार को बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कही।
मोहम्मद अली जिन्ना के स्तुतिगान की होड़ लग गयी
श्री सिंह ने कहा कि इस तरह की तुलना सिर्फ स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का ही नहीं बल्कि पूरे देश भर के पिछड़ा वर्ग, जो सरदार पटेल को अपना आदर्श मानते हैं और प्रेरणा लेते है, का भी अपमान है। उन्होंने कहा कि प्रदेश का पिछड़ा वर्ग इस अपमान को भूल नहीं सकता और समाजवादी पार्टी को सबक सिखाने के लिए आतुर है। उन्होंने कहा कि तुष्टीकरण की राजनीति के चलते विपक्षी दलोें के नेता मानसिक दिवालियापन के शिकार हो गये है। उन्होंने कहा कि सपा मुखिया अखिलेश यादव के बाद अब उनके नेता जिन्ना को स्वतंत्रता संग्राम के अग्रिम पंक्ति के नेता बता रहे है। ऐसा करते हुए वे भूल जाते है कि पहले जिन्ना ने धर्म के आधार पर दल का गठन किया और अन्तोगत्वा देश का विभाजन तक करा डाला। अखिलेश और उनके नेताओं को विभाजन की पीड़ा का भले ही एहसास न हो लेकिन देशवासी अभी तक उस दंश को भूलें नहीं है। प्रदेश अध्यक्ष श्री सिंह ने कहा कि दरसल जिन्ना के नाम की माला जपने वालों का इतिहास हमेशा से समाज को जाति, धर्म और मत के आधार पर बांटने का रहा है। एक बार फिर विधानसभा चुनाव के दृष्टिगत ये प्रदेश में सामाजिक सौहार्द को खराब करने की साजिश रच रहे है।