शोपियां के द्रगाड इलाके में सुरक्षाबलों ने द रजिस्टेंस फ्रंट (TRF) के दो आतंकवादियों को ढेर कर दिया है. मार गिराए गए दो आतंकियों में TRF का जिला कमांडर शोपियां आदिल अहमद वानी भी शामिल था.
सेना का एक जवान शहीद
आदिल वहीं आतंकी है जिसने टारगेट किलिंग के तहत गत दिनों पुलवामा में बाहरी श्रमिक साकिर अहमद वानी निवासी सहारनपुर उत्तर प्रदेश की हत्या की थी. दूसरे आतंकी की पहचाना होना अभी बाकी है. इस मुठभेड़ में सेना का एक जवान भी शहीद हुआ है और दो अन्य घायल हुए हैं. IGP कश्मीर विजय कुमार ने बताया कि आदिल जुलाई 2020 से घाटी में सक्रिय था. उसने आम लोगों की हत्या की थी. पिछले 2 हफ्ते के अंदर कश्मीर में 15 आतंकियों को मारा जा चुका है.
आतंकियों से निपटने के लिए नई रणनीति
इससे पहले सेना ने राजौरी में लश्कर-ए-तैयबा के 6 आतंकियों को ढेर किया था. सूत्रों के मुताबिक सेना के अफसरों ने आतंकियों से निपटने के लिए नई रणनीति बनाई है. इसके तहत इंतजार करो, आतंकियों को गांव तक आने दो, फिर उन पर टूट पड़ो की नीति पर अमल किया जा रहा है. सुराक्षबलों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर रखी है. साथ ही तलाशी अभियान जारी है. बतादें कि पुलिस ने लोगों से जंगली इलाकों की तरफ न जाने की अपील की है. आतंकियों की तलाश के लिए हेलिकॉप्टर की मदद भी ली जा रही है. वहीं अब ऑपरेशन में पैरा कमांडो को भी शामिल किया जाने लगा है.
गुलाम नबी आजाद ने दी सलाह
जम्मू-कश्मीर के मौजूदा हालात पर कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि पुलिस और एजेंसियों को समझना होगा कि लोगों की हत्याएं किस तरीके से की जा रही हैं. पिछले 30 वर्षों के दौरान आतंकियों ने आतंकवाद फैलाने और लोगों को मारने के लिए अलग रणनीति अपनाई है. जब तक पुलिस व अन्य एजेंसियां इसे नहीं समझती, इस पर काबू पाना मुश्किल होगा. एक-दो आतंकियों को पकड़कर इनके तरीके को समझना होगा. ताकि सुरक्षाबलों को कोई समाधान मिल सके.