पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह जल्दी ही अपनी अलग नई राजनीतिक पार्टी बना सकते हैं. बताया जा रहा है कि लगभग एक दर्जन कांग्रेस नेता पूर्व सीएम के संपर्क में है.
सिद्धू को किसी भी कीमत पर जीतने नहीं देंगे
पार्टी की घोषणा करने से पहले अमरिंदर ने अपने करीबी नेताओं से संपर्क साध लिया है. अपने समर्थकों के साथ एक कार्य योजना तैयार करने के लिए परामर्श कर रहे हैं. माना जा रहा है कि अपनी नई पार्टी में अमरिंदर नवजोत सिंह सिद्धू के विरोधियों को भी शामिल करेंगे. अमरिंदर ने CM की कुर्सी छोड़ने के बाद नवजोत सिद्धू पर बड़ा हमला किया था. कैप्टन ने साफ़ कहा था कि वो सिद्धू को किसी भी कीमत पर जीतने नहीं देंगे. सिद्धू के खिलाफ मजबूत कैंडिडेट खड़ा करेंगे. अमरिंदर के इसी बात से अंदाजा लगाया जा रहा है कि कैप्टन जल्द कोई नई पार्टी बनाएंगे.
2017 में अमरिंदर के नेतृत्व में बनी थी सरकार
बतादें कि कांग्रेस ने 2017 का पिछला चुनाव अमरिंदर सिंह के चेहरे पर ही लड़ा था. कांग्रेस को यहां 77 सीटें मिली थीं और अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में यहां सरकार बनी थी. लेकिन अब जिस तरह अमरिंदर सिंह पार्टी से निकाले गए हैं उनके निशाने पर कांग्रेस ही होगी. कैप्टन का पटियाला सीटों पर ख़ासा असर है और अगर उन्होंने पार्टी बनाई और उनकी पार्टी पांच-छह प्रतिशत वोट ले आई तो ये वोट कांग्रेस के ही होंगे.
कांग्रेस को झटका देने के मूड में कैप्टन
फिलहाल तो अमरिंदर अभी अपने करीबी नेताओं से मिलकर पार्टी तैयार करने में लगे हैं. इसमें मंत्रिमंडल से बाहर हुए करीबी मंत्रियों के साथ संगठन से किनारे किए नेता शामिल होंगे. इसके बाद इसमें सिद्धू से नाराज नेता मिलाए जाएंगे. कैप्टन पूरी तरह से कांग्रेस को ही झटका देने के मूड में हैं. अमरिंदर साफ़ कह चुके हैं कि ना तो वो बीजेपी में जायेंगे और न ही वो कांग्रेस में रहेंगे.