नई दिल्ली स्थित डाक्टर अंबेडेकर इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन के दूसरे चरण का आज शुभारंभ किया है. इसके अलावा AMRUT 2.0 की भी शुरुआत पीएम मोदी ने की है.
मिशन 2.0 का लक्ष्य है कचरा मुक्त शहर
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2014 में देशवासियों ने भारत को खुले में शौच से मुक्त करने का संकल्प लिया था. इसके तहत 10 करोड़ से ज्यादा शौचालयों का निर्माण किया गया है. अब ‘स्वच्छ भारत मिशन-अर्बन 2.0’ का लक्ष्य है कचरा मुक्त शहर. यानी शहर को कचरे के ढेर से पूरी तरह मुक्त बनाना है.
योजना ट्रिपल आर से जुड़ी है
ये योजना मुख्य तौर पर ट्रिपल आर से जुड़ी है. जिसमें रिड्यूज, रीयूज और रीसाइकिल शामिल है। वैज्ञानिक आधार पर कचरे का समाधान कर वर्ष 2030 के तय सतत विकास लक्ष्यों को पाने में सफलता हासिल हो सकती है. ये मिशन पूरी तरह से कागज रहित है और इसको डिजिटल आधार पर देश के सभी राज्यों और स्थानीय शहरी निकायों ने स्वीकृत किया है.
सभी शहरों के हर घर को नल से जोड़ा जाएगा
पीएम मोदी ने कहा कि अगले पांच वर्षों के भीतर शहरों से निकलने वाले कचरे का वैज्ञानिक प्रबंधन किया जाएगा, जिससे महानगरों और शहरों के बाहर कूड़े के पहाड़ बनने की नौबत नहीं आएगी. इसके साथ ही अमृत के दूसरे चरण में सभी शहरों के हर घर को नल से जोड़ा जाएगा. और सीवेज के पानी को साफ कर दोबारा उपयोग करने लायक बनाया जाएगा.
ये एक महात्वाकांक्षी योजना है
ये भी विशेष ध्यान रखना होगा कि सीवेज सिस्टम दुरुस्त हो और घरों से निकलने वाला गंदा पानी नदियों में न मिले. मिशन 2.0 इसी पर आधारित होगा. ये देश की एक महात्वाकांक्षी योजना है और मातृभूमि के लिए अप्रतिम प्रेम भी है. इसमें मिशन भी है, मान भी है, मर्यादा भी है. स्वच्छ भारत मिशन और अमृत मिशन का अलगा चरण, बाबा साहेब के सपनों को पूरा करने की दिशा में अहम कदम होगा. क्योंकि वे असमानता को दूर करने का सबसे बड़ा माध्यम शहरी विकास को मानते थे.