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अल्प वर्षा से पैदा हुआ संकट, कृत्रिम वर्षा की तैयारी

चीन में पिछले साल की तुलना में इस बार जुलाई में 40 फीसदी कम बारिश हुई

-आगजनी की घटनाएं बढ़ीं, नदियां सूखीं, बिजली उत्पादन गिरा, कृत्रिम वर्षा की तैयारी
बीजिंग। चीन के दक्षिण पश्चिमी हिस्से में भीषण गर्मी और सूखे की वजह से आग लगने की घटनाएं बढ़ गई हैं। ऐसी ही एक घटना में चोंगकिंग में झाड़ियों में आग लग गई है, जिसकी वजह से 1500 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। वहीं, फैक्ट्रियों में होने वाली बिजली कटौती की मियाद को बढ़ा दिया गया है। बिजली की मांग कम करने के लिए महानगर चोंगकिंग में कुछ मॉल बंद कर दिए गए हैं। सूखे और गर्मी की वजह से फसलें बुरी तरह से प्रभावित हुई हैं और प्रमुख नदी यांगत्ज़े भी सूख रही है। नदी में पानी कम होने की वजह से जलमार्ग से होने वाला यातायात बाधित हुआ है और बिजली उत्पादन भी घटा है।

अब स्थिति यहां तक आ पहुंची है कि सरकार वर्षा कराने के लिए बादलों पर रसायन का छिड़काव करने की तैयारी में है, ताकि फसलों को बचाया जा सके। सिचुआन प्रांत में बिजली कटौती की मियाद बढ़ाने को लेकर कोई सार्वजनिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन एक कपंनी के बयान और एक खबर में सरकारी नोटिस के हवाले से कहा गया है कि बिजली कटौती की मियाद बढ़ाई गई है।

आग बुझाने के लिए हेलीकॉप्टर से पानी का छिड़काव
चोंगकिंग के इलाकों में झाड़ियों में आग लगी है। यहां से 1500 से ज्यादा निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है जबकि करीब पांच हजार असैन्य और सैन्य कर्मियों को आग बुझाने के काम पर लगाया गया है। आग बुझाने के लिए हेलीकॉप्टर से पानी का छिड़काव कराया गया है। पिछले साल की तुलना में इस बार जुलाई में 40 फीसदी कम बारिश हुई है जो 1961 के बाद से सबसे कम है।
चीन के जल संसाधन मंत्रालय की ओर से प्रकाशित आंकड़ों के मुताबिक, यांग्त्ज़ी नदी के ऊपरी हिस्सों में जलस्तर अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है। चीन की यांग्त्ज़ी नदी न सिर्फ प्रमुख जल स्रोत है बल्कि हाइड्रोपावर, ट्रांसपोर्ट और फसलों के लिए भी जीवनदायिनी है। गर्मी बढ़ने से चीन में एयर कंडीशनिंग की डिमांड में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है जिसके चलते पावर ग्रिड पर अतिरिक्त लोड पड़ रहा है।

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