Uncategorizedउत्तर प्रदेशटॉप न्यूजदेशमनोरंजनराजनीतिलाइफस्टाइलविदेशस्पोर्ट्सस्वास्थ्य

टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन बने धनकुबेर

-सैलरी में 20 करोड़ रुपये इंक्रीमेट

मुंबई । पूरा देश सैलरी के चक्‍कर में घूम रहा है। इसके लिए लोग जी-तोड़ मेहनत करते हैं। कंपनी से दूसरी कंपनी में कूद-फांद करते हैं। हालांकि, अनुभव है, तब कंपनी में रहते हुए भी आपकी सैलरी में बंपर बढ़ोतरी हो सकती है। टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन इसका जीता जगाता सबूत हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि एक आम इंसान जितना पूरी जिंदगी में कमाने की नहीं सोचता चंद्रशेखरन की सैलरी में उतना इंक्रीमेंट हुआ है। चंद्रशेखरन की सालाना सैलरी 20 करोड़ रुपये से ज्‍यादा बढ़ी है। इस बंपर बढ़ोतरी के बाद उन्‍हें 109 करोड़ रुपये मिले। इसके उलट ज्‍यादातर कंपनियों ने इस दौरान अपने कर्मचारियों के वेतन में करीब 9 से 11 फीसदी की बढ़ोतरी की। वित्‍त वर्ष 2021-22 के ल‍िए टाटा संस ने शानदार नतीजे दर्ज किए हैं। कंपनी का मुनाफा 164 फीसदी बढ़कर 17,171 करोड़ रुपये हो गया है। वित्‍त वर्ष 2020-21 में यह 6,512 करोड़ रुपये था। इस तरह कंपनी का प्रॉफिट दोगुने से ज्‍यादा हो गया। इस अवधि में कंपनी ने अपने चेमरमैन की सैलरी में भी बंपर बढ़ोतरी की।

चंद्रशेखरन की सैलरी 19 प्रतिशत बढ़कर 109 करोड़ रुपये हो गई
वित्‍त वर्ष 2021-22 में चंद्रशेखरन की सैलरी 19 प्रतिशत बढ़कर 109 करोड़ रुपये हो गई। इस बढ़ोतरी के बाद वह देश में सबसे ज्‍यादा सैलरी पाने वाले प्रोफेशनलों में से एक बन गए हैं। चंद्रशेखरन को कंपनी ने फरवरी में दोबारा अपना चेयरमैन नियुक्‍त किया था। इस महीने कंपनी ने अपनी सालाना आम बैठक बुलाई है। इसमें कई तरह की चीजों पर अप्रूवल लिया जाएगा। इसमें इनवेस्‍टमेंट स्‍पेशलिस्‍ट अनीता जॉर्ज की नियुक्ति पर भी मुहर लगेगी। जॉर्ज के निदेशकमंडल में शामिल होने के साथ बोर्ड में सदस्‍यों की संख्‍या 10 होगी। टाटा संस की दुनियाभर में 286 सब्‍सिडियरी हैं।

लीडरशिप में टीसीएस ने नई बुलंदियां छुईं
चंद्रशेखरन इंटर्न के तौर पर 1987 में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज से जुड़े थे। साल 2007 में वह टीसीएस के सीओओ और साल 2009 में सीईओ बने। उनकी लीडरशिप में टीसीएस ने नई बुलंदियां छुईं। एन चंद्रशेखरन का जन्म 1963 में तमिलनाडु में नमक्कल के निकट मोहानुर में एक तमिल परिवार में हुआ था। वह एक किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं। एन चंद्रशेखरन की प्राथमिक शिक्षा तमिल मीडियम स्कूल में हुई। वह अपने दो भाइयों के साथ मोहनूर नाम के गांव में 3 किमी पैदल चलकर स्कूल जाया करते थे। चंद्रशेखरन ने कोयंबटूर के इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलाजी से स्नातक और तमिलनाडु में रीजनल इंजीनियरिंग कालेज, तिरुचिरापल्ली से कंप्यूटर ऐप्लिकेशंस में मास्टर्स यानी एमसीए किया है। रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज को अब नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलाजी, तिरुचिरापल्ली के नाम से जाना जाता है। एन चंद्रशेखरन चंद्रा के नाम से मशहूर हैं।

Related Articles

Back to top button