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छात्रायें यदि छात्रों के गणवेश में आयेंगी तो उन्हें महाविद्यालय आने की अनुमति नहीं


हाथरस । सेठ पी.सी. बागला महाविद्यालय की अनुशासन समिति की आवश्यक बैठक प्राचार्य प्रो. डा. महावीर सिंह छोंकर की अध्यक्षता में हुई। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि महाविद्यालय में अनुशासन व्यवस्था बनाये रखने के लिए विद्यार्थियों को महाविद्यालय द्वारा छात्र, छात्राओं के लिए पृथक-पृथक निर्धारित गणवेश में ही आना अनिवार्य हैं। सभी विद्यार्थी महाविद्यालय परिसर में परिचय पत्र के साथ ही प्रवेश करेंगें।

कालेज की गरिमा को बनाये रखने के लिए अनुशासन व्यवस्था
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. छोंकर ने कहा कि कालेज की गरिमा को बनाये रखने के लिए अनुशासन व्यवस्था से किसी भी प्रकार का कोई समझौता नहीं किया जायेगा। छात्रायें यदि छात्रों के गणवेश में आयेंगी तो उन्हें महाविद्यालय आने की अनुमति नहीं होगी। महाविद्यालय की अनुशासन समिति ने यह निर्णय सरकार द्वारा चलाये जा रहे ‘नारी सशक्तीकरण‘ अभियान को दृष्टिगत रखते हुए नारी सम्मान की सुरक्षा एवं हितों के लिए ही लिया है। बैठक में चीफ प्रॉक्टर डा. चन्द्रशेखर रावल ने कहा कि महाविद्यालय में अनुशासन बनाये रखने के लिए बहुत सारी व्यवहारिक समस्याये भी आती हैं, जिस कारण छात्राओं को छात्रों के गणवेश में महाविद्यालय में आने की अनुमति नहीं दी जा सकती। इसलिये सभी अभिभावकों से अपील है कि वे अपने पुत्र-पुत्रियों अथवा पाल्यों को निर्धारित गणवेश में ही महाविद्यालय में भेंजे।
बैठक में प्राचार्य प्रो. डा. महावीर सिंह छोंकर, चीफ प्रॉक्टर डा. चन्द्रशेखर रावल के अतिरिक्त अनुशासन समिति के सलाहकार मेजर राजकमल दीक्षित, डा. सुनन्दा महाजन, डा. संदीप बंसल तथा अनुशासन समिति के सदस्य डा. धर्मेन्द्रसिंह सेंगर, डा. कृष्णानन्द त्रिपाठी, डा. सत्यदेव पचौरी, डा. विमलेश, डा. वीरेश कुमार शर्मा, डा. बृजेश सिंह कुशवाहा, डा. हरिओम, डा. विजयदीप शर्मा एवं डा. अनिल कुमार शर्मा उपस्थित थे।

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