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कर्मचारियों और शिक्षकों ने सरकार के विरोध में निकाला जबरदस्त मशाल जुलूस

9 दिसंबर को प्रदेश व्यापी हड़ताल की चेतावनी

लखनऊ । कर्मचारी-शिक्षक संयुक्त मोर्चा, उप्र के आहवाहन पर पूर्व प्रस्तावित आन्दोलन के तहत शनिवार को राज्य कर्मचारियों ने मशाल जूलूस के साथ पूरे प्रदेश में उग्र आन्दोलन की शुरुआत कर दी। राजधानी लखनऊ में राज्य कर्मचारी संयुक्त मोर्चा उप्र के महामंत्री अतुल मिश्र व शिक्षक कर्मचारी नेता शशि कुमार मिश्र के नेतृत्व में सैकड़ों कर्मचारी नगर निगम मुख्यालय पर एकत्र हुए और हाथों में मशाल व बैनर लेकर जूलूस बनाकर डीएम कार्यालय तक मार्च किया। डीएम कार्यालय में कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष वीपी मिश्र की अध्यक्षता में सभा हुई और जिलाधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन दिया जिसमें, पुरानी पेंशन लागू करने समेत कर्मचारियों की 12 सूत्रीय मांगे थी। मशाल जूलूस प्रदेश के प्रत्येक जनपद में जिला मुख्यालय पर निकाला गया और डीएम को ज्ञापन सौपा गया। 

फ्रीज डीए का एरियर क्यों नही दिया जा रहा है, पुरानी पेंशन लागू करो

जिलाधिकारी कार्यालय में वीपी मिश्र ने आन्दोलित कर्मचारियों से कहा कि हम कर्मचारियों के द्वारा ही सरकार के समस्त विभागों में कार्य संपन्न होते हैं। उसके बावजूद हम कर्मचारियों के साथ ही सौतेला व्यवहार किया जाता है। वेतन विसंगति समेत कर्मचारियों की कई मांगे हैं जो कि अर्से से मांग कर रहें हैं, कोरोना काल में डीए फ्रीज किया गया था, सबकुछ सामान्य हो चुका है, बावजूद एरियर नही दिया जा रहा है। अब कर्मचारियों की सहनशीलता समाप्त हो चुकी है। अगर सरकार ने तुरन्त कार्यवाही नहीं की तो आज तो आगाज है शीघ्र ही आन्दोलन और उग्र होगा और 9 दिसंबर को पूरे प्रदेश में अनिश्चितकालीन हड़ताल की जायेगी। जिसका खामियाजा जनसामान्य को •ाुगतना पडेÞगा। मोर्चा के महासचिव  शशि कुमार मिश्र ने कहा कि प्रदेश का कर्मचारी अब सौतेले रवैये से नाराज है , इसलिए आंदोलन आवश्यक है ।

आहत है स्वास्थ्य विभाग का पैरामेडिकल स्टाफ व कर्मचारी

कोरोना महामारी हो या अन्य कोई आफत, हमेशा स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने हर परिस्थिति में डटकर जीवन रक्षा में सहयोग किया है। बावजूद, प्रदेश सरकार उनकी जरूरतों को पूरा नही करती है। संयुक्त परिषद के महामंत्री अतुल मिश्रा ने बताया कि फार्मेसिस्ट, आप्टोमेट्रिस्ट, लैब टेक्निशियन सहित अन्य संवर्गों की वेतन विसंगति केन्द्र सरकार द्वारा दूर की जा चुकी है परन्तु समझौतो के बावजूद प्रदेश में अभी वेतन विसंगति लम्बित है। फार्मासिस्ट फेडरेशन, उप्र के अध्यक्ष व प्रवक्ता सुनील यादव एवं डीपीए के अध्यक्ष संदीप बड़ोला ने बताया कि समस्त विधाओं के फार्मासिस्ट चिकित्सालयों की रीढ़ के रूप में कार्य कर रहें है, जिनकी मांगो पर उच्च स्तर पर लिये गये निर्णय के बाद भी क्रियान्वयन लम्बित है। लैब टेक्नीशियन के सुनील कुमार, नर्सेस संघ के अशोक कुमार, डिप्लोमा फार्मासिस्ट के सुभाष श्रीवास्तव, केके सचान समेत तमाम कर्मचारी नेताओं ने पूरे जोश के साथ सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए जूलूस निकाला।

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