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रूपयों से खरीदी या प्रलोभन में बुलाई भीड़ नही है समाजवादी विजय रथ यात्रा में

ठंड रातों में घंटों इंतजार करते हैं लोग विजय रथ यात्रा के स्वागत को

अखिलेश के अभिवादन में उमड़ी भीड़ ने रचा इतिहास
लखनऊ। विद्वेष भावना से इतिहास के लेख बदलने का भाजपाई षड्यंत्र समाजवादी विजय रथ यात्रा में जनता के विजय नाद से नेपथ्य में पीछे छूट रहा है। सपा की विजय रथ यात्रा में जबरदस्त भीड़ उमड़ रही हैं। बीती17 नवम्बर 2021 की तारीख को रथ यात्रा में लाखों की भीड़ ने पहुंचकर इतिहास का गौरव दिवस बना दिया है। गाजीपुर से लखनऊ की 350 किलोमीटर के हर छोर पर समाजवादी लहरें उठ रही थीं और एक्सप्रेस-वे समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे में स्वत: बदल गया था।

खुले आसमान में लोगों का जोश और उत्साह बेकाबू

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि सपा विजय रथ के पहिए बिना रुके बुधवार दिनभर और रात भर चलते ही रहे। खुले आसमान में लोगों का जोश और उत्साह बेकाबू था, लोग घंटो-घंटों बेसब्री से इंतजार करते रहें,अखिलेश यादव भी लोगों का अभिवादन करते रहे। उन्होंने कहा कि 350 किलोमीटर तक एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ घंटों इंतजार करते लाखों लोगों की संख्या इस बात का संकेत है कि 2022 के चुनाव में भाजपा सत्ता से कोसों दूर है। भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में ऐसा नजारा पूर्व में न तो किसी ने देखी और न ही सुनी। 

अखिलेश यादव ने किसानों, गरीबों, नौजवानों के दु:खदर्द से अपने को जोड़ा

श्री चौधरी ने बताया कि वीर भूमि गाजीपुर से शुरू हुयी विजय यात्रा मऊ, आजमगढ़, जौनपुर, अम्बेडकरनगर, सुल्तानपुर, अमेठी, अयोध्या, बाराबंकी होते हुए सुबह लखनऊ पहुंची। यात्रा के दौरान अखिलेश यादव ने किसानों, गरीबों, नौजवानों के दु:खदर्द से अपने को जोड़ते हुए भाजपा की किसान, नौजवान विरोधी नीतियों का फदार्फाश किया। किसान बदहाल है तो नौजवान के आगे बेरोजगारी का संकट है। गरीब की कहीं सुनवाई नहीं। उन्होंने कानून व्यवस्था पर भाजपा के झूठ की पोल खोली और नौजवान पीढ़ी की उपेक्षा पर आक्रोश जताया।

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