उत्तर प्रदेशस्वास्थ्य

फाइलेरिया अभियान की सक्रियता का निरीक्षण करने जमीन पर उतरे अधिकारी

फाइलेरिया अभियान
लखनऊ। भारत सरकार में वेक्टर बोर्न डिजीज की संयुक्त निदेशक डॉ. छवि पंत ने शुक्रवार को लखनऊ में फाइलेरिया अभियान की हकीकत जानने के लिए का दौरा किया। ऐशबाग के सुदर्शनपुरी और तकिया इलाके का दौरा कर फाइलेरिया अभियान का निरीक्षण किया और लोगों को फाइलेरिया रोग से होने वाली परेशानी के बारे में भी अवगत कराया।

फाइलेरिया अभियान का निरीक्षण किया

डॉ. छवि ने दवा खाने वालों से एडवर्स एफेक्ट समेत कई पहलुओं पर बात की। सुदर्शनपुरी क्षेत्र की 36 वर्षीय मिनाखी और 28 वर्षीय सुमन ने बताया कि स्वास्थ्य कार्यकर्ता अपने सामने दवा खिला रहे हैं। स्वास्थ्य कार्यकतार्ओं और सुपरवाइजर्स से भी संयुक्त निदेशक ने अभियान के दौरान आ रही चुनौतियों की जानकारी ली।

नुक्कड़ नाटक

डॉ छवि ने सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) संस्था के सहयोग से हुए नुक्कड़ नाटक की तारीफ की । उन्होंने कहा कि यदि नुक्कड़ नाटक समेत अन्य माध्यमों से हम जनता के बीच सार्थक संदेश देने में सफल हो जाएं तो यह बीमारी सिर्फ जागरूकता से काफी कम की जा सकती है। राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. के.पी. त्रिपाठी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ऐशबाग की चिकित्साधीक्षिक डॉ. मंजु चौरसिया, विश्व स्वास्थ्य संगठन, पाथ सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) समेत कई स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

नुक्कड़ नाटक कर समझाया, क्यों खाएं फाइलेरिया की दवा
लखनऊ। सुनो रे भैया, सुनो रे बहना, सुनो रे दादा, सुनो रे अम्मा… बात पते की आज तुम्हें बताने आया हूं…हो जाओ सावधान तुम्हें जगाने आया हूं..हाइड्रोसील और हाथी पांव फाइलेरिया की निशानी है। सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) संस्था के सहयोग से सुदर्शनपुरी में नुक्कड़ नाटक आयोजित हुआ। नाटक में एमडीए राउंड के दौरान मुफ़्त मिलने दवा खाने की अपील की।

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