फिर शुरु हो गया एसजीपीजीआई लखनऊ का एपेक्स ट्रामा सेंटर
लखनऊ। कोरोना महामारी के दौरान, कोविड अस्पताल में तब्दील ट्रामा सेंटर सोमवार 8 नवम्बर को पुन: आम मरीजों के लिए शुरु हो गया। ट्रामा सेंटर का शुभारंभ संस्थान के निदेशक डॉ.आर के धीमन ने फीता काटकर किया। इमरजेंसी मरीजों के लिए शुरु करने के पहले यहां पर पूरे ट्रामा सेंटर में अंदर का इंफ्रास्ट्रेक्चर बदला गया। क्योंकि पहले यहां पर कोविड मरीजो के मदÞदेनजर आईसीयू स्थापित किये गये थे।
एपेक्स ट्रामा सेंटर से मरीजों को बहुत उम्मीदें हैं
कोरोना काल में कोविड अस्पताल में तब्दील हो चुके रायबरेली रोड, वृंदावन स्थित एपेक्स ट्रामा सेंटर का उद्घाटन बाद निदेशक डॉ.आरके धीमन ने कहा कि एपेक्स ट्रामा सेंटर से आम जन को बहुत उम्मीद हैं, अपेक्षा करता हूॅ कि सभी चिकित्सक पूरी लगन के साथ, मरीजों को उपचारित किया जाये। सीएमएस डॉ.गौरव अग्रवाल ने कहा कि ट्रामा सेंटर संचालन की चुनौतियों का सामना किया जायेगा साथ ही बाधाओं को दूर करहर स्तर पर सहयोग करने का प्रयास करुंगा। इस अवसर पर संकाय अध्यक्ष प्रो.अनीस श्रीवास्तव आदि मौजूद रहें।
किसी भी इमरजेंसी को उपचारित करने को एपेक्स ट्रामा सेंटर तैयार है: डॉ.राजकुमार
सोमवार को पीजीआइ के एपेक्स ट्रामा सेंटर के शुभारंभ अवसर पर न्यूरो सर्जरी विभागाध्यक्ष और अपेक्स ट्रामा सेंटर प्रभारी डॉ.राज कुमार ने कहा कि , देश में होने वाली मौतों में तीन ‘‘सी ’’ प्रमुख कारण कोरोनरी (हदय), कार व कैंसर हैं। अगर, कार से होने वाली दुर्घटनाओं में घायलों को तत्काल उपचार मिल जाये तो बहुतों की जान बचाने के साथ ही होने वाली विकलांगता को भी दूर किया जा सकता है।
गोल्डन आॅवर में मरीज अस्पताल पहुंचे तो जान गंवाने व विकलांगता का खतरा कम
पीजीाआइ में न्यूरो सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ.राजकुमार ने बताया , दुर्घटनाग्रस्त मरीजों में एपेक्स ट्रामा सेंटर का विशेष महत्व है। अगर, मरीज को गोल्डन आॅवर में अस्पताल पहुंचा दिया जाये तो, मरीज की जान जाने का खतरा कम होता है। ट्रामा सेंटर का महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि एपेक्स ट्रामा हर मरीज के इलाज को तैयार है। वर्तमान में 36 बेड से शुरु किया जा रहा है, समय के साथ बेड की संख्या बढ़ाई जायेगी।