उत्तर प्रदेशराजनीति

भाजपा सरकार को नहीं पता कि प्रदेश में कितने मेडिकल कॉलेज हैं : डॉ. उमा शंकर पाण्डेय


 न बिल्डिंग, न फैक्ल्टी, न लैब बन गया मेडिकल कालेज


 लखनऊ ! भारतीय जनता पार्टी 4.5 साल की असफलताओं से बौखलाकर कागज पर मेडिकल कालेज दौड़ानें का कृत्य कर रही है। लोकार्पित किये गये कई मेडिकल कालेजों में न बिल्डिंग बन पायी है न मानकों के अनुसार फैकल्टी की न नियुक्तियां हुईं हैं, न ही लैब स्थापित हुएं हैं। कागजों पर ही मेडिकल कालेज तैयार कर लोकार्पित भी कर दिया गया। जमीनी हकीकत यह है कि सभी मेडिकल कालेजों में पैरामेडिकल स्टाफ के साथ ही 51 फैकल्टी की नियुक्ति करनी थी जो किसी भी मेडिकल कालेज में नहीं हो पाया है।

प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं भगवान भरोसे हैं
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता डॉ. उमा शंकर पाण्डेय ने कहा कि उच्च न्यायालय ने कहा था कि उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं भगवान भरोसे हैं। आज भी परिस्थितियां परिर्वतित नहीं हुई हैं। प्रदेश के मेडिकल कालेजों में 20 प्रतिशत तथा जनपदीय अस्पतालों में 40 प्रतिशत चिकित्सकों की कमी है। विशेषज्ञों सहित 6000 से ज्यादा चिकित्सकों के पद रिक्त हैं। कार्यरत चिकित्सकों के वेतन सरकार समय से नहीं दे पा रही है। जनपदों के प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर चिकित्सकों के साथ ही न दवाई है, न जरूरी चिकित्सकीय उपकरण, न समुचित इलाज।

यूपी में 2016 में 45 मेडिकल कालेज थे , योगी के अनुसार 2017 में प्रदेश में कुल 12 ही थे


संसदीय लाइबेरी की स्टेटस ऑफ मेडिकल एजूकेशन इन इण्डिया (जुलाई 2018) की रिपोर्ट के अनुसार यूपी में 2016- 2017 में 45 मेडिकल कालेज हैं, जिसमें 16 सरकारी एवं 29 प्राइवेट हैं जबकि योगी के अनुसार 2017 में प्रदेश में कुल 12 मेडिकल कालेज ही थे और उन्होंनें 30 मेडिकल कालेज का निर्माण कराया है। ‘‘रिकार्ड ऑफ यूपी डायरेक्ट्रेट ऑफ मेडिकल एजूकेशन एण्ड ट्रेनिंग’’ के अनुसार 2017 तक उत्तर प्रदेश में 41 सरकारी मेडिकल कालेज तथा 24 प्राइवेट मेडिकल कालेज उत्तर प्रदेश में संचालित थे।

लोकसभा में सरकार के राज्यमंत्री कहा था कि 2018 से 20 में यूपी में 57 मेडिकल कालेज थे

भाजपा की केन्द्र सरकार के राज्यमंत्री परिवार एवं कल्याण मंत्रालय भारत सरकार ने लोकसभा में बोलते हुए कहा था कि 2018 से 20 में उत्तर प्रदेश में 57 मेडिकल कालेज थे। जिनमें से 12 मेडिकल कालेज 2018-2020 के बीच स्थापित हुए हैं। यदि इनमें 25 अक्टूबर को प्रधानमंत्री द्वारा घोषित 9 मेडिकल कालेज जोड़ दिये जाएं तब भी यह संख्या 21 होती है न कि 30। यह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा बताये गये आकड़ों से भिन्न है। भाजपा सरकार के ही केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते के अनुसार भी उत्तर प्रदेश में 2016 में 38 मेडिकल कालेज थे जो मुख्यमंत्री के दावों के विपरित हैं।

कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में 9 मेडिकल कालेज, तीन सुपर स्पेशियलिटी संस्थान बनायें
कांग्रेस पार्टी ने उत्तर प्रदेश में अपने कार्यकाल में 9 मेडिकल कालेज, तीन सुपर स्पेशियलिटी संस्थान बनायें। यह सभी संस्थान एवं मेडिकल कालेज धरातल पर स्थापित है एवं प्रसिद्धि की बुलंदियों पर हैं। प्रदेश की जनता को इन स्वास्थ्य संस्थानों पर पूर्ण भरोसा है। इनमें प्रमुख रूप से पीजीआई लखनऊ, एम्स रायबरेली, बीएचयू बनारस, जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालेज अलीगढ़ (एएमयू), लाला लाजपत राय मेडिकल कालेज मेरठ, गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कालेज कानपुर, रानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कालेज झांसी, मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज इलाहाबाद, सरोजनी नायडू मेडिकल कालेज आगरा इत्यादि।

प्रदेश में कितने सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बनाये गये, स्थान सहित सूची उपलब्ध करायें


भारतीय जनता पार्टी ने 2017 के अपने लोककल्याण संकल्प पत्र में 25 नये मेडिकल कालेज एवं सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल एवं छह एम्स स्तर का संस्थान स्थापित करने का वादा किया था। कांग्रेस पार्टी योगी आदित्यनाथ सरकार से अपील करती है कि प्रदेश में कुल कितने मेडिकल कालेज है इसकी नाम एवं स्थान सहित सूची उपलब्ध करायें तथा प्रदेश में कितने सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बनाये गये इसका भी विवरण उपलब्ध कराएं। प्रदेश की जनता को भ्रमित कर उनके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ न करें, यदि योगी सरकार ने प्रदेश से झूठ बोला है तो माफी मांगें।

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