कौन होगा महंत नरेंद्र गिरि का उत्तराधिकारी ? स्वामी वासुदेवानंद ने बताया ऐसे होता है तय
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत का रहस्य अभी खुला नहीं है ये वाकई हत्या थी या फिर आत्महत्या इसका खुलासा करने के लिए सीबीआई ने अपनी कमर कस ली है. आज सीबीआई मठ बाघमबारी गद्दी पहुंच कर सम्बंधित लोगों से पूछताछ करेगी.
सीबीआई की 6 सदस्यीय टीम करेगी जाँच
सीबीआई ने 6 सदस्यीय टीम का गठन किया है. ये टीम शुक्रवार को ही प्रयागराज के लिए रवाना हो चुकी है. सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कर ली है और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट, साक्ष्य और प्रयागराज पुलिस द्वारा दर्ज किए गए बयानों सहित मामले के दस्तावेज लेगी. नरेंद्र गिरी ने गेस्ट हाउस के जिस कमरे में फांसी लगाई थी उस कमरे की भी जांच-पड़ताल की जाएगी. साथ ही उस समय मौजूद सभी सेवादारों से भी सीबीआई पूछताछ करेगी.
उत्तराधिकारी के लिए जोड़-तोड़ शुरू
इस बीच नरेंद्र गिरि के उत्तराधिकारी को लेकर भी जोड़-तोड़ शुरू हो गया है. प्रयागराज के ज्योतिषपीठ के पीठाधीश्वर स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने कहा कि मैं महंत नरेंद्र गिरि की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं. मैं उनको जानता था. हमें ऐसा कभी नहीं लगा कि वो इस तरह आत्महत्या करेंगे. पूरे मामले की जांच होनी चाहिए साथ ही नए उत्तराधिकारी जिसे अखाड़ा बनाएगा, उनको मेरा आशीर्वाद है.
उत्तराधिकारी कैसे चुना जाता है ?
उत्तराधिकारी का चुनाव कैसे होता है इसपर उन्होंने कहा कि हमारे यहां उत्तराधिकारी के लिए वसीयत बनाई जाती है. हर अखाड़े के लिए ये नियम अलग-अलग हो सकता है. नरेंद्र गिरि ने अपनी वसीयत बनाई थी या नहीं, या फिर उस वसीयत में किसे उत्तराधिकारी बनाया है ये उनके अखाड़े का मामला है. हालांकि हमारे यहां वसीयत के आधार पर ही उत्तराधिकारी बनाए जाते हैं.