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डीएम की संस्तुति के बाद भी नहीं हटाये गये एएमआर मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य


कॉलेज प्रशासन के खिलाफ छात्र-छात्राओं ने किया था धरना प्रदर्शन


लखनऊ। चिकित्सा शिक्षा विभाग, उप्र शासन में एक ही जैसे प्रकरण मंज अलग-अलग कार्यवाई देखने को मिली है। अंबेडकरनगर जिलाधिकारी की जांच रिपोर्ट व संस्तुति के बाद भी राज्य मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य को शासन ने ही नहीं हटाया है, जबकि हाल में ही हरदोई में डीएम की रिपोर्ट पर तत्काल प्रभाव से प्रधानाचार्य डॉ.वाणी गुप्ता को पद मुक्त कर, केजीएमयू से संबद्य कर दिया था।

-हरदोई में प्रधानाचार्य को डीएम की रिपोर्ट पर तत्काल प्रभाव से हटाया जा चुका है


अंबेडकर नगर स्थिति राजकीय मेडिकल कॉलेज (एमआरए) के प्रधानाचार्य डॉ.संदीप कौशिक एंव डिमांस्ट्रेटर डॉ.प्रवल्लिका के खिलाफ छात्र-छात्राओं ने अवैध वसूली, आर्थिक शोषण आदि आरोप लगाये हुये धरना-प्रदर्शन किया था। जिसके बाद शासन के निर्देश पर जिलाधिकारी के नेतृत्व में अपर जिलाधिकारी एवं अपर पुलिस अधीक्षक की दो सदस्यीय टीम ने मामले की जांच की।
जांच में आरोपों को सही पाया गया है। जिलाधिकारी अंबेडकरनगर, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा को 15 पन्नों की जांच रिपोर्ट, मय साक्ष्य भेज चुके हैं। जिसमें स्पष्ट रूप से प्रधानाचार्य एंव डिमांस्ट्रेटर को तत्काल प्रभाव से कॉलेज से हटाने की संस्तुति की गई है। बावजूद, शासन द्वारा हटाने की कार्रवाई नहीं की गई, बल्कि सचिव द्वारा नये सिरे से जांच एवं जांच रिपोर्ट तैयार करने की कयावद चल रही है।
जिलाधिकारी की जांच रिपोर्ट
जांच रिपोर्ट में जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि प्रधानाचार्य के खिलाफ पूरे अस्पताल का माहौल बन गया है। छात्र-छात्राओं पर धमकाने, अमर्यादित टिप्पणी, दुव्यर्वहार के आरोप प्रथम दृष्टया सही हैं। जिसकी वजह से मरीजों का चिकित्सकीय एवं छात्रों का पठन-पाठन कार्य खासा प्रभावित हो रहा है। प्रधानाचार्य की कार्यशैली छात्र हितैषी नहीं है। परिसर का माहौल अनूकूल है, लिहाजा, प्रधानाचार्य एवं डिमांस्ट्रेटर डॉ.प्रवल्लिका को अन्यंत्र स्थानान्तरित किया जाना अवाश्यक है।
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