नैमिषारण्य दर्शन को लखनऊ और कानपुर से 42 इलेक्ट्रिक बसें शुरू, जल्द ही शुरू होगी हवाई …
लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ और कानपुर की जनता को बड़ा तोहफा दते हुए 42 इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होने विकास कार्यों का भी जिक्र करते हुए कहा कि लखनऊ से पहले चरण में हम बहुत जल्द नैमिषारण्य के लिए हेलीकॉप्टर की सुविधा भी उपलब्ध करवाएंगे। वैकल्पिक व्यवस्था के तहत आज जिन नई बसों का संचालन शुरू हो रहा है वो देश के वैदिक विज्ञान के केंद्र कहे जाने वाले नैमिषारण्य तक चलाई जाएंगी। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में तीर्थ स्थलों के लिए जल्द ही लखनऊ से हेलीकॉप्टर सेवा शुरू की जाएगी।
सीएम योगी ने कहा कि नगरीय क्षेत्रों में ध्वनि और वायु प्रदूषण से मुक्त परिवहन सेवा, समय की मांग है। प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश में तेजी के साथ हमें पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा उपलब्ध कराने में सफलता प्राप्त हुई है। आज उसी श्रृंखला में प्रदेश के दो महानगरों के लिए इलेक्ट्रिक बस सेवा का शुभारंभ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विगत पांच वर्ष में प्रदेश के अंदर मेट्रो के संचालन में भी हमें सफलता प्राप्त हुई है। आज देश में सर्वाधिक मेट्रो का संचालन कोई राज्य कर रहा है तो वह उत्तर प्रदेश है। जिसके पांच शहरों में मेट्रो चल रही है और आगरा में कार्य तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है। ये इलेक्ट्रिक बसें इन दोनों शहरों की मेट्रो सेवा का आधार बनेंगी।
सीएम योगी ने कहा कि पिछले पांच वर्ष के अंदर नगर विकास विभाग ने नगरीय सुविधाओं को पूरे प्रदेश के अंदर बेहतरीन तरीके से आगे बढ़ाया है। देश के अंदर जिन सौ शहरों को स्मार्ट सिटी के तौर पर विकसित किया जा रहा है उनमें से 10 उत्तर प्रदेश में हैं। स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत प्रदेश के जिन दो शहरों में सबसे अच्छा कार्य हुआ है उनमें वाराणसी और आगरा है, ये दोनों शहर स्मार्ट सिटी मिशन के टॉप 10 की सूचि में भी शामिल हैं।
सीएम योगी ने नैमिषारण्य के महत्व को बताते हुए कहा कि नैमिष भारत की वैदिक और पौराणिक ज्ञान की आधार भूमि है। श्रवण परम्परा से वैदिक ज्ञान को लिपिबद्ध करने का श्रेय नैमिषारण्य को जाता है। नैमिष भारत के वैदिक ज्ञान की वह धरोहर है जो मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करती है। सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के विजन के अनुरूप 2 अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत मिशन प्रारम्भ हुआ। उस समय उत्तर प्रदेश के लिए इस लक्ष्य को प्राप्त कर पाना दूर की कौड़ी थी। सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत विगत पांच वर्ष में नगरीय क्षेत्रों में 17 लाख गरीबों को घर देने में हम सफल रहे। ।