जागरूकता बढ़ाने का सशक्त, पुराना व भरोसेमंद माध्यम है रेडिया : डॉ.विनोद जैन
विश्व रेडियो दिवस पर केजीएमयू ने संचालित किया रेडियो वेबिनार
लखनऊ। रेडियो सबसे प्राचीन और बातचीत का सबसे पुराना माध्यम है और सामुदायिक रेडियो के जरिए हम प्रभावी ढंग से लोगों के बीच अपनी बात रख सकते हैं। जागरूकता निमित्त भारत देश में रेडियो की महत्वपूर्ण भूमिका रही है और आज भी सशक्त माध्यम है। उक्त को दृष्टिगत रखते हुए केजीएमयू ने रेडियो केजीएमयू गूंज संचालन शुरु किया है। जिसके माध्यम से विशेषज्ञ द्वारा आमजन को जागरूक किया जायेगा। यह बात रविवार को रेडियो केजीएमयू गूंज के अधिशासी अधिकारी डॉ. विनोद जैन ने कही। वेविनार में कुलपति ले.ज.डॉ.विपिन पुरी समेत कई विशेषज्ञ शामिल रहें।
रेडियो और विश्वास दोनों एक दूसरे के पूरक हैं
विश्व रेडियो दिवस के अवसर पर केजीएमयू द्वारा आयोजित रेडियो स्टेशन केजीएमयू गूंज 89.6 एफएम पर आॅनलाइन वेबिनार में जनरल सेक्रेटरी स्मार्ट और रेडियो फेस्टिवल की संस्थापक अर्चना कपूर ने कहा कि रेडियो और विश्वास दोनों एक दूसरे के पूरक हैं और इस विश्वास को कायम करने में बहुत समय लग सकता है। दो समुदाय एक जैसे नहीं हो सकते इसलिए हर समुदाय के सामुदायिक रेडियो स्टेशन की अलग अलग जिम्मेदारियां होती हैं और हर कम्यूनिटी रेडियो को अलग अलग तरीके से उनके लिए काम भी करना होता है। देश भर में 350 से भी ज्यादा सामुदायिक रेडियो स्टेशन काम कर रहे हैं जिनका मुख्य उद्देश्य लोगों को जागरूक करना और विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से उनका विकास करना है।
जिंदगी भर हमें सीखते रहना चाहिए
पत्रकार राजीव टिक्कू ने कहा कि लर्निंग कभी खत्म नहीं होती जिंदगी भर हमें सीखते रहना चाहिए और रेडियो इसका एक सजीव उदाहरण है। हमें केवल चिकित्सा के क्षेत्र में ही नहीं अपितु विभिन्न क्षेत्रों में लोगों को जागरुक कर उनके विकास के लिए काम करने चाहिए। रेडियो स्टेशन में काम करना कोई एक नौकरी करना नहीं बल्कि एक शौक है और लोगों के बीच जाकर उनकी बातों को सुनना और उनके विकास के लिए कार्य करना ही सामुदायिक रेडियो स्टेशन का मुख्य काम है ।
सरल और साधारण अंदाज में लोगों से बात करना
मशहूर रेडियो जॉकी खुराफाती नितिन ने कहा कि हमें लोकल समस्याएं यानी कि सामुदायिक समस्याओं पर बात करनी चाहिए। जो हमारे श्रोता हैं उनको उस तरह के कार्यक्रम सुनाने चाहिए जो उन को अच्छी तरह से समझ में आए। सरल और साधारण अंदाज में लोगों से बात करना और उनके प्रति अच्छे कार्यक्रमों को पेश करना ही सामुदायिक रेडियो स्टेशन की जिम्मेदारी होती है। संचालन रेडियो केजीएमयू गूंज के प्रग्रामिंग हेड विनय सक्सेना व स्टेशन मैनेजर शालिनी गुप्ता ने किया।