अखिलेश यादव व सहयोगी दलों में सीट बटवारे की रणनीति शुरु
लखनऊ। सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुधवार को सहयोगी दलों के, शिवपाल सिंह यादव तथा आदित्य यादव (प्रसपा) ओमप्रकाश राजभर (सुभासपा), मसूद अहमद (रालोद) संजय चौहान (जनवादी पार्टी सोशलिस्ट) केशव देव मौर्य (महान दल) श्रीमती कृष्णा पटेल (अपना दल कमेरावादी) एवं के.के. शर्मा (एन.सी.पी.) के साथ बैठक की। गोमतीनगर स्थित जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट में संपन्न बैठक में प्रदेश चुनाव में उम्मीदवार चयन के साथ ही उप्र के विकास और चुनावी रणनीति पर चर्चा हुई।
गठबंधन की सरकार बनाने का आग्रह करेंगे
बैठक में अखिलेश यादव ने कहा कि लोकतांत्रिक, समाजवादी और सामाजिक सद्भाव की पक्षधर ताकतों को एक साथ जोड़ रहे हैं। राज्य की जनता भाजपा से ऊब चुकी है। गठबंधन विकास, सद्भाव और न्याय के लिए प्रतिबद्ध है। भाजपा की बांटने और अपमान करने वाली राजनीति के खिलाफ सबको सम्मान देने वाली राजनीति का इंकलाब होगा। उन्होंने कहा कि सन 2022 में राजनीति की बड़ी लड़ाई लड़ी जानी है। यह लोकतंत्र को बचाने का चुनाव है। सामाजिक न्याय की पक्षधरता के साथ आरक्षण विरोधी ताकतों का प्रतिरोध करना है। उन्होंने कहा भाजपा ने किसानों को धोखा दिया है। आन्दोलन में 700 से ज्यादा किसानों की मौत हो चुकी है। तीन काले कृषि कानूनों को जनमत के दबाव में वापस लेने के बावजूद भाजपा की नीयत में अभी भी खोट है। नौजवानों को भाजपा ने बेरोजगारी के दलदल में धकेल दिया है। भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में लिखे एक भी वादा को पूरा नहीं किया है। बैठक में फैसला हुआ कि मतदाताओं से सीधा सम्पर्क कर कार्यकर्ता हर दरवाजे पर जाकर गठबंधन की सरकार बनाने का आग्रह करेंगे। जनता के साथ सीधा संवाद कायम होगा।