किसानों के घर उजाड़कर बिना मुआवजा दिए जश्न मना रही जनविरोधी भाजपा सरकार
◆ जेवर एयरपोर्ट में भूमि अधिग्रहण में किसानों को मुआवजा न मिलने के बाद
भी प्रधानमंत्री द्वारा शिलान्यास करना संवेदनहीनता की पराकाष्ठा
◆ बुलेट ट्रेन के शिलान्यास के तमाशे के बाद अब जेवर एयरपोर्ट तमाशा से
ज्यादा कुछ नही
लखनऊ ! जेवर एयरपोर्ट के शिलान्यास पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है, और बुलेट ट्रेन की तरह इसे भी तमाशा बताया है! प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि विकास के हर मोर्चे पर विफल सरकार 4ः6 साल झूठा प्रोपोगेंडा फैलाती रही, अब चुनाव के समय ज़ेवर एयरपोर्ट के शिलान्यास की हकीकत प्रदेश का जनमानस समझ रहा है, जिन किसानों से उनकी स्वाभिमान का प्रतीक जमीनें अधिग्रहित की गईं, उस अधिग्रहण में भूमि अधिग्रहण कानून की धज्जियां उड़ाकर संविधान और किसान के सम्मान को पैरों तले रौंदा गया,जिस जमीन को लेकर सरकार शिलान्यास का भव्यता बनाकर जश्न मना रही उस जमीन के मालिक अन्नदाता को मुआवजा नही मिलना भाजपा सरकार और प्रधानमंत्री की संवेदनहीनता की पराकाष्ठा को दर्शाता है
रोम जल रहा था और नीरो बांसुरी बजा रहा
यह उसी कहावत को चरितार्थ करता है कि रोम जल रहा था और नीरो बांसुरी बजा रहा था, हज़ारों किसान परिवार मुआवज़े के लिए आंदोलनरत होकर परेशान हो भटक रहे हैं, सैकड़ों उजाड़े गये किसान परिवार खुले आसमान के नीचे अभी भी हैं, लेकिन संवेदनहीन भाजपा सरकार को कोई फिक्र नही, यह जश्न 700 किसानों की शहादत का मज़ाक़ है। जिन परिवारों में अंधेरा है भाजपा सरकार उनको चिढ़ाने का काम कर रही है।
हवाई चप्पल पहनने वाले हवाई जहाज में घूमेंगे
प्रधानमंत्री ने इससे पहले भी कहा था कि हवाई चप्पल पहनने वाले हवाई जहाज में घूमेंगे। लेकिन हवाई चप्पल वाले ही नहीं गाड़ी पर चलने वाले बर्बाद हो गये। आर0बी0आई0 के आंकड़े बता रहे हैं कि प्रदेश के लोगों की आय घटकर आधी राह गयी,बेरोजगारी बढ़ गयी,
ज़ेवर में हवाई अड्डे का शिलान्यास करने वाली भाजपा सरकार ने कोरोना काल में लोगों को इलाज में अपने ज़ेवर बेचने पर मजबूर कर दिया।
बता देते कि इस ज़ेवर एयरपोर्ट को नीलाम किसे करेंगे
डिजिटल मीडिया प्रवक्ता अंशू अवस्थी ने कहा , यह जश्न ऐसे समय मनाया जा रहा है जब सरकार की गलत नीतियों के चलते देश की अर्थव्यवस्था जी0डी0पी0 बर्बाद हो गयी, अर्थव्यवस्था बुरे हाल में, हवाई अड्डे का तमाशा किसके लिए।प्रधानमंत्री ये भी बता देते कि इस ज़ेवर एयरपोर्ट को नीलाम किसे करेंगे–अडानी को या अंबानी को ?
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